हर बार मांगा जाता किसान होने का प्रमाण-पत्र

दैनिक जागरण का संपादकीय महा अभियान जो उपजाए अन्न व क्यों ना हो संपन्न के तहत रविवार को किसान जागरूकता रथ बेलसंड प्रखंड में पहुंचा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 02 Dec 2018 11:55 PM (IST) Updated:Sun, 02 Dec 2018 11:55 PM (IST)
हर बार मांगा जाता किसान होने का प्रमाण-पत्र
हर बार मांगा जाता किसान होने का प्रमाण-पत्र

सीतामढ़ी। दैनिक जागरण का संपादकीय महा अभियान जो उपजाए अन्न व क्यों ना हो संपन्न के तहत रविवार को किसान जागरूकता रथ बेलसंड प्रखंड में पहुंचा। जहां किसानों के बीच चौपाल लगी। इसमें किसानों से सूबे में चल रहे कृषि रोड मैप की चर्चा की गई। कृषि रोड मैप की बात सुनते ही किसान भड़क उठे। किसानों का कहना था कि सभी जगहों से इंस्पेक्टर राज का खात्मा हो गया, लेकिन किसानों को अब भी इंस्पेक्टर राज को झेलना मजबूरी है। किसानों का खेती से विमुख होने का यह भी एक प्रमुख कारण है। एकमात्र किसान हीं है जिनके उत्पादों का मूल्य भी दूसरे तय करते हैं। उन्हें अपना उत्पाद उधार बेचना पड़ता है। इस कारण मूल्य के भुगतान में तरह तरह के बहाने बनाकर आनाकानी की जाती है। इंस्पेक्टर राज के कारण चीनी मिल सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर गन्ना उधार खरीदती है। सरकारी नियमों के अनुसार खरीद के 14 दिनों के अंदर मूल्य का भुगतान करने का प्रावधान है, लेकिन मील मालिकों पर इस प्रावधान का कोई असर नही पड़ता। वे नए-नए बहाने बनाकर भुगतान को लटकाए रखते हैं। सरकारी क्रय केंद्रों पर भी किसानों को परेशान किया जाता है। बार बार उनसे किसान होने का प्रमाण मांगा जाता है। धान बेचने के पहले परिचय पत्र के साथ एलपीसी बनवाना अनिवार्य है। आज भी अधिकतर किसानों की जमीन बाप दादा के नाम पर है। इससे एलपीसी बनाने में कठिनाई होती है। पैक्सों को भी मिलर से टै¨गग कराना पड़ता है। प्रक्रिया की पेचीदगी भी किसानों को क्रय केंद्रों से विमुख करती है। कुछ किसान इन बाधाओं को पार भी कर लेते हैं, उन्हें क्रय केंद्रों के चालू होने का इंतजार करना पड़ता है। अमूमन किसानों के धान बिचौलियों के हाथ बेच देने के बाद हीं क्रय केंद्र खोले जाते हैं। किसान जागरूकता रथ देख उत्साहित हुए किसान

बेलसंड(सीतामढ़ी): दैनिक जागरण द्वारा शुरू किए गए किसान जागरुकता रथ रविवार को बेलसंड के मांची,भंडारी,दमामी,परतापुर,लोहासी, हनुमान नगर,कुई,पचनौर,चंदौली,कंसार,जाफरपुर, भोरहा,भतौलिया,पताही आदि गांव में पहुंचा। लोगों में इस रथ के प्रति काफी उत्साह देखा गया। कृषि कार्य में व्यस्त रहने के बावजूद किसान काम छोड़कर जागरूकता रथ के पास आए। किसानों की समस्याओं को समझने के दैनिक जागरण के इस प्रयास से किसान अभिभूत दिखे। लेकिन, उन्हें किसानों की बेहतरी की बातें चुनावी वादे से अधिक नही लगी। हालांकि जागरण के इस महाअभियान से उन्हें कुछ उम्मीद भी जगी। अभियान के दौरान केदार शर्मा, राम मनोहर चौधरी, दिलीप ¨सह, शम्भू शरण ¨सह, अरुण कुमार ¨सह, सुरेश गौतम, प्रेमानंद, शम्भू साह समेत दर्जनों किसानों ने उत्साहपूर्व फार्म भी भरे। किसानों की समस्याओं से रूबरू होने के बाद यह रथ रीगा के लिए रवाना हुआ। आज रीगा में घुमेगा किसान जागरूकता रथ

रीगा (सीतामढ़ी)। दैनिक जागरण का संपादकीय महा अभियान ' जो उपजाए अन्न वो क्यों ना हो संपन्न' के तहत सोमवार को किसान जागरूकता रथ रीगा प्रखंड में घुमेगा। स्थानीय रीगा मील चौक स्थित चीनी मिल के क्लब मैदान में किसान जागरूकता रथ पहुंचेगा। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कृषि विभाग व कृषि से जुड़े किसान, सहकारिता से जुड़े किसान व कृषि में विशेषता वाले व्यक्तियों द्वारा किसानों के बीच विचारों का आदान-प्रदान किया जाएगा। कृषि अधिकारियों, कृषि सलाहकारों व कृषि समन्वयकों द्वारा किसानों को उन्नत तकनीक से खेती के तरीके बताए जाएंगे। साथ ही इसमें होने वाली समस्या के निराकरण के उपाय भी सुझाए जाएंगे। कार्यक्रम पूर्वाहन 11 बजे शुरू होगा तथा रथ प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में भ्रमण करेगा। इस दौरान किसानों की समस्या से भी रू-ब-रू होगा।

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