चाइनीज सामान के बहिष्कार और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने पर बल

लद्दाख के गलवन घाटी में हिसक झड़प में 20 से अधिक भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद देशभर में चीन के प्रति गुस्सा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 12:02 AM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 12:02 AM (IST)
चाइनीज सामान के बहिष्कार और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने पर बल
चाइनीज सामान के बहिष्कार और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने पर बल

सीतामढ़ी। लद्दाख के गलवन घाटी में हिसक झड़प में 20 से अधिक भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद देशभर में चीन के प्रति गुस्सा है। लोगों ने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि वह चीन को मुंहतोड़ जवाब दे। चीन के कब्जे का भू-भाग वापस चाहिए। इसके बाद ही सीमा विवाद खत्म होगा। वही, लोगों ने चीन निर्मित सामान से तौबा करने का फैसला लिया है। इसके लिए हम सभी संकल्पित होना होगा। वही, स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करना होगा। स्वदेशी उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए सरकार को भी इसके आवश्यक कदम उठाने होंगे। चीन निर्मित सामान का बहिष्कार उसकी अर्थव्यवस्था को चौपट करेगा। भारत से चीन हमेशा दगाबाजी किया है। भारतीय सेना ने हर बार हर युद्ध में चीन को जवाब भी दिया है। आज की भारतीय सेना काफी सशक्त और मजबूत है। वर्तमान सरकार ने चीन सीमा के नजदीक सड़क बनाकर यातायात और परिवहन की व्यवस्था सु²ढ़ की है। भारत के वीर सैनिक हर परिस्थिति में युद्ध के लिए तैयार हैं।

-- राम जलम चौधरी, पूर्व सैनिक चीन हमेशा से पीठ पर वार किया है। समझौता होने के बावजूद उस पर अटल नहीं रहने वाले चीन को अपने तरीका से समझाना ही होगा। सरकार अपनी काम कर रही है। हमलोग को भी ²ढ़ इच्छाशक्ति दिखाते हुए चाइनीज वस्तुओं का बहिष्कार और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाना होगा।

-- रवि रौशन, अभाविप कार्यकर्ता आज की परिस्थिति को देखते हुए हमें चीन निर्मित सामान का हम बहिष्कार करें 7चीन पूरे विश्व में कोरोना वायरस महामारी से भी सिरदर्द बना चुका है। चीन को सामरिक मोर्चे के अलावा आर्थिक मोर्चे पर भी हमें जबर्दस्त प्रहार करना है। इससे उसे सबक मिलेगा वही, हमारी अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।

-- सुजीत कुमार, रामनगरा । गलवान में झड़प के बाद भारत और चीन विवाद चरम पर है। ऐसे में हम लगातार चीनी सामान के बायकाट और चीन के साथ व्यापार बंद करके करीब 75 अरब डॉलर का नुकसान पहुंचा सकते हैं। हमारी सरकार ने 59 चीनी एप बंद करके चीन को चेतावनी दे दी है। इस मामले में सभी राजनीति पार्टियों को सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए क्योकि कभी कभी सस्ती राजनीति बहुत महंगी पड़ती है।

-- अंकित चौधरी, हेल्थ एंड वैलनेस कोच

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