गोदामों में बंद पड़े 30877 बैग धान व 2720 बैग चावल की हुई नीलामी

सीतामढ़ी। उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में शुक्रवार को महावीर इंटरप्राइजेज के परिसर में वर्षों से मिल एवं विस्कोमान के कोल्ड स्टोर में पड़े धान व चावल की नीलामी की गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Nov 2019 12:16 AM (IST) Updated:Sat, 23 Nov 2019 12:16 AM (IST)
गोदामों में बंद पड़े 30877 बैग धान व 2720 बैग चावल की हुई नीलामी
गोदामों में बंद पड़े 30877 बैग धान व 2720 बैग चावल की हुई नीलामी

सीतामढ़ी। उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में शुक्रवार को महावीर इंटरप्राइजेज के परिसर में वर्षों से मिल एवं विस्कोमान के कोल्ड स्टोर में पड़े धान व चावल की नीलामी की गई। जिसमें विभिन्न गोदामों में पड़े कुल 30877 बैग धान एवं 2720 बैग चावल का सर्वाधिक 11,88, 387 रुपये की बोली लगाने वाले रामनगर बेदौल स्थित भगवती भंडार के प्रोपराइटर बड़े साह को सर्वसम्मति से खाद्यान उठाव की स्वीकृति प्रदान कर दी गई। इस संबंध में महावीर इंटरप्राइजेज के प्रबंधक रजी अहमद ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में खाद्यान्न नीलामी को ले निविदा निकाली गई थी। जिसमें कुल छह लोगों ने बंद लिफाफे में निविदा जमा की थी। मिथिलेश प्रसाद ने 9, 70, 485 रुपये, सुरेश दास ने 10, 51, 279 रुपये, राम सिंहासन साह ने 7,59, 789 रुपये, राकेश कुमार प्रिस ने 8, 69, 694 रुपये, महेश लाल साह ने 9, 45, 048 रुपये तथा बडे़ साह ने 11, 88, 387 रुपये खाद्यान की बोली लगाई। उन्होंने बताया कि खरीफ वित्तीय वर्ष 2011-12 में तत्कालीन एसएफसी के जिला प्रबंधक द्वारा जहां भारी मात्रा में धान गिराया गया था। बार-बार पत्राचार के बावजूद एकरारनामा के अतिरिक्त धान को अन्यत्र स्थानांतरित नहीं किया गया और न तैयार चावल का ही उठाव किया गया। प्रबंधन द्वारा बिक्री के लिए भी आदेश मांगा गया लेकिन, कोई जवाब नहीं मिलने पर उच्च न्यायालय में मामला दर्ज हुआ था। निलामी से प्राप्त राशि को एसएफसी के खाते में आरटीपीएस के जरिए स्थानांतरित की जाएगी। मौके पर बियाया के क्षेत्रीय प्रबंधक गुलाम सरवर, नगर परिषद के पूर्व सभापति जलालुद्दीन खां, सुभाष केसरी, संजय कुमार, आदित्य मोहन, रामानंदन यादव, संजीव कुमार, अशोक कुमार सिंह, हजारी प्रसाद, दीपक कुमार, रामू प्रसाद सिंह, छोटे लाल राय आदि मौजूद थे।

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