तेजी से बदल रहे कोरोना के लक्षण, बचाव ही बेहतर विकल्प
सीतामढ़ी। कोविड-19 के दूसरे चरण में इसके संक्रमण की गति तेज होने से ज्यादा लोग संक्रमित हो
सीतामढ़ी। कोविड-19 के दूसरे चरण में इसके संक्रमण की गति तेज होने से ज्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि कोरोना का यह नया स्ट्रेन है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ,रुन्नीसैदपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.अमृत किशोर के साथ कोरोना के नये स्ट्रेन के विभिन्न लक्षणों पर खास बातचीत ।
कोरोना के नये स्ट्रेन के लक्षण क्या है? - कोरोना के लक्षण तेजी से बदल रहे हैं जो लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। जरूरी है कि समय रहते इन लक्षणों की पहचान कर इसका इलाज करें। कोरोना की दूसरी लहर में कई नए लक्षण दिख रहे हैं । इनमें गले या कंठ में खुजली, चुभन या खराश महसूस होना,थकान, बदन दर्द, सिर में दर्द ,जी मिचलाना,उल्टी, चक्कर आना खांसी हो भी सकती है और नहीं भी । पेट में दर्द तथा डायरिया भी कोरोना के लक्षणों में शामिल है । अगर इनमें से कोई भी लक्षण दिख रहे हैं तो घबराएं नहीं ।
अपना टेस्ट कराएं। , किसी चिकित्सक के परामर्श पर अपना इलाज कराएं। घर पर हीं आराम करें । दो टीका लेने के बावजूद लोग संक्रमित हो रहे हैं क्यों ?
- कोविड -19 वैक्सीन कोरोना वायरस से बचाव का एक बेहतर विकल्प है ।वैक्सीन से इम्यूनिटी डेवलप होता है । टीका लेने के बावजूद संक्रमित होना जीवन के लिए खतरनाक नहीं है । वैक्सीन को इम्यूनिटी डेवलप करने में 60 से 90 दिन का समय लगता है। हालांकि, इसका असर हमेशा के लिए नहीं बल्कि कुछ निश्चित अवधि तक हीं होता है । कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को क्या-क्या
सावधानियां बरतनी चाहिए ? - कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बार -बार हाथ धोना, हाथ धोने के लिए साबुन पानी का इस्तेमाल करना, हाथों को सैनिटाइज करना, दो गज की फिजिकल डिस्टेंसिग को बनाए रखना, भीड़भाड़ से बचना तथा चेहरे को मास्क से ढ़क कर रखना अत्यंत आवश्यक है ।
संक्रमण की स्थिति में खान-पान में किस तरह की
सावधानियां आवश्यक है ?
- फ्रिज में खाना ज्यादा समय तक स्टोर ना करें। खाना परोसने से पहले पके हुए खाने को अच्छी तरह से दोबारा गर्म करें। गर्म पानी हीं पीयें। खाने में गर्म दूध,हल्दी ,तुलसी के काढ़ा के साथ साथ काली मिर्च के प्रयोग की भी अनुशंसा की जा रही है । होम आइसोलेशन में सामान्य रहने के लिए क्या क्या करना चाहिए ?
- घर में पर्याप्त जगह होनी चाहिए ,कम से कम दो टॉयलेट व बाथरूम होने चाहिए ताकि कोरोना से संक्रमित रोगी को अपना कमरा व बाथरूम परिवार के अन्य सदस्यों के साथ शेयर करना ना पड़े। और अंत में - नकारात्मक सोंच से अपने को अलग कर सकारात्मक विचारधारा के साथ जीने का प्रयास करें और प्रसन्न रहें ।