मेडिकल नीट परीक्षा में आरक्षण समाप्त करने के विरोध में धरना

सीतामढ़ी। मेडिकल नीट परीक्षा में अति पिछड़ा एवं पिछड़ा का आरक्षण समाप्त करने तथा जातिगत

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 11:50 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 11:50 PM (IST)
मेडिकल नीट परीक्षा में आरक्षण समाप्त करने के विरोध में धरना
मेडिकल नीट परीक्षा में आरक्षण समाप्त करने के विरोध में धरना

सीतामढ़ी। मेडिकल नीट परीक्षा में अति पिछड़ा एवं पिछड़ा का आरक्षण समाप्त करने तथा जातिगत जनगणना नहीं कराने के विरोध में पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग आरक्षण बचाओ मोर्चा, कर्पूरी सेना तथा अत्यंत पिछड़ा वर्ग छात्र संघ के संयुक्त तत्वाधान में सोमवार को अंबेडकर स्थल डुमरा पर धरना दिया गया। धरना की अध्यक्षता मोर्चा के संयोजक के फेकन मंडल तथा संचालन सह संयोजक संतोष कुमार अधिवक्ता ने किया। धरना को संबोधित करते हुए अध्यक्ष फेकन मंडल ने कहा कि एक साजिश के तहत अति पिछड़ा एवं पिछड़ा वर्ग के छात्रों को मेडिकल नीट परीक्षा में विगत चार वर्षों से आरक्षण से वंचित किया गया। उन्होंने खाली सीट को भरते हुए आरक्षण लागू करने की मांग की। संतोष कुमार अधिवक्ता ने कहा कि शासक वर्ग अपनी नाकामी छुपाने के लिए जातिगत जनगणना नहीं कराना चाहती है। उन्होंने सभी वर्गों एवं जातियों के विकास के लिए मापदंड तैयार करने के लिए जातिगत जनगणना कराने की मांग की। अत्यंत पिछड़ा छात्र संघ के धनरंजय सहनी ने कहा कि दबंग पिछड़ा वर्ग के शासक नेता, अति पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या को ओबीसी में दिखाकर अति पिछड़ा वर्ग के साथ हकमारी कर रहे हैं। कर्पूरी सेना के निकु कुमार मंडल ने कहा कि रोहिणी आयोग की रिपोर्ट को प्रकाशित नहीं करना भारत के अति पिछड़ा वर्ग के साथ नाइंसाफी है। उन्होंने रोहिणी आयोग की रिपोर्ट को प्रकाशित कर उसके अनुशंसा को लागू करने की मांग की। छात्र नेता शंभू पंडित ने उच्च एवं उच्चतम न्यायालय के जजों की नियुक्ति कॉलेजियम सिस्टम के बजाय प्रतियोगी परीक्षा से करने की मांग की। धरना को गोपाल मुखिया, लालू सदा, राज कपूर, राम जुलुम मुखिया, रंजन चंद्रवंशी, संजय कुमार, सोनू मंडल, संदीप मंडल, मिथुन ठाकुर, सत्यजीत गुप्ता, सुनील कुमार, सुधीर चौरसिया, सुधीर कापड़, आनंद कुमार, मनीष कुमार, दिनेश यादव, रामजुलुम सिंह, अनिल कुमार पूर्व सैनिक, प्रो.लल्लन राय, राम कृपाल दास, गौरी शंकर मंडल, राम सुरेश मंडल, गणेश सहनी सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे। धरना के बाद राष्ट्रपति के नाम संबोधित सात सूत्री मांग-पत्र डीएम को सौंपा गया।

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