नीचे से ऊपर तक दिख रही लापरवाही, वैक्सीनेशन सेंटर हो या अस्पताल भीड़ सब जगह बेकाबू
सीतामढ़ी। अस्पताल तो छोड़िए वैक्सीनेशन शिविर में आने वाले लोग न तो मास्क लगाते हैं और न ही श्
सीतामढ़ी। अस्पताल तो छोड़िए वैक्सीनेशन शिविर में आने वाले लोग न तो मास्क लगाते हैं और न ही शारीरिक दूरी के नियम का पालन करते हैं। हालांकि, जगह-जगह दीवारों पर पाबंदियां तमाम दिखती हैं, फिर भी बिना मास्क के लोग पहुंचने से बाज नहीं आ रहे। इनको रोकने वाला कोई नहीं है। लोग बिना मास्क अस्पताल में घूमते देखे जा सकते हैं। अस्पतालों की बात करें तो रजिस्ट्रेशन खिड़की, दवाई खिड़की तथा चिकित्सकों की ओपीडी के बाहर लोगों की लंबी-लंबी लाइनें लगी देखी जा सकती हैं। यह लोग दूर-दूर खड़े नहीं होते बल्कि, एक-दूसरे से चिपक कर खड़े होते हैं। इनको दूरी बनाए रखने के लिए कहने वाला यहां कोई नहीं है। हालांकि, अस्पताल में सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं लेकिन, ये लोग भी बार-बार लोगों को कहकर थक चुके हैं। अस्पताल में आने वाले लोग इनकी कोई परवाह नहीं करते हैं। यदि अस्पताल प्रशासन ने सख्ती नहीं दिखाई तो तीसरी लहर की शुरुआत ऐसे अस्पताल से हो सकती है। वैक्सीनेशन शिविरों में और भी लापरवाही, बुलाने पर भी नहीं पहुंचती पुलिस वैक्सीनेशन शिविरों पर नजर डालें तो स्वास्थ्यकर्मी भी बगैर मास्क के ही ड्यूटी पर नजर आते हैं। बिना मास्क पहने वैक्सीन लेने वालों की भीड़ के समीप खड़े प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किशोरी प्रजापति से सवाल किया गया तो उन्होंने अपनी लाचारी बताई। कहने लगे कि भीड़ नियंत्रण करने व बिना मास्क के शिविर में आने वाले लोगों को रोकने के लिए पुलिस का सहयोग नहीं मिल पा रहा है। हमलोग दबाब बनाते हैं तो लोग हंगामा पर उतारू हो जाते हैं। बुधवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित बीआरसी में 250, छौरहिया दक्षिणी मध्य विद्यालय में 250 एवं बसबीटी मध्य विद्यालय में 200 यानी कुल 700 लोगों को कुछ इसी तरह की कुव्यवस्था के बीच टीका लगाया गया।