महाशिवरात्रि पर शिव मंदिरों में श्रद्धालु करेंगे जलाभिषेक

सीतामढ़ी। महाशिवरात्रि को लेकर जिले के विभिन्न शिव मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया ह

By JagranEdited By: Publish:Thu, 11 Mar 2021 12:43 AM (IST) Updated:Thu, 11 Mar 2021 12:43 AM (IST)
महाशिवरात्रि पर  शिव मंदिरों में श्रद्धालु करेंगे जलाभिषेक
महाशिवरात्रि पर शिव मंदिरों में श्रद्धालु करेंगे जलाभिषेक

सीतामढ़ी। महाशिवरात्रि को लेकर जिले के विभिन्न शिव मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। शहर के राजोपट्टी स्थित शिव मंदिर, रिगाबांध हजारीनाथ मंदिर, नगर थाना परिसर स्थित बाबा मनोकामना नाथ मंदिर, भवदपेपुर चौक स्थित शंकर मंदिर, हलेश्वर स्थान शिव मंदिर, बगहीधाम स्थित धनेश्वरनाथ शिव मंदिर, बाजपट्टी प्रखंड के अमाना गांव में अमनेश्वरनाथ शिव मंदिर, पुपरी स्थित नागेश्वरनाथ शिव मंदिर, सोनबरसा प्रखंड के मढि़याधाम स्थित शिव मंदिर, मेजरगंज प्रखंड के बसबिट्टा सुकेश्वरनाथ मंदिर, बेलसंड स्थित ईशाननाथ मंदिर में श्रद्धालु जलाभिषेक करेंगे। जलाभिषेक को लेकर मंदिर समिति व्यापक तैयारी की गई है। वही, प्रशासन की ओर से जगह-जगह दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल की तैनाती की गई है।

महाशिवरात्रि पर शहर में निकलेगी शिव बरात

महाशिवरात्रि के अवसर पर शहर के महंत साह चौक नगर थाना परिसर स्थित मनोकामनानाथ मंदिर से प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी शिव की बरात निकलेगी। इसको लेकर बाबा मनोकामनानाथ सेवा समिति की ओर से व्यापक तैयारी की गई है। समिति के अध्यक्ष दीपक कुमार, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश प्रसाद व बाल कृष्ण, सचिव नीरज कुमार एवं रंजीत कुमार मोनू, कोषाध्यक्ष राजीव कुमार मुन्ना, दीपक, मनीष, सोहन, रंजीत, प्रवीण, रीतेश व छोटू सहिति सैकड़ों सदस्य शिव बरात को यादगार बनाने में लगे हैं। बरात मनोकामनानाथ मंदिर से निकलकर सिनेमा रोड कोट बाजार, जानकी स्थान, मेन रोड, सोनापट्टी, सीताराम झा, विजय शंकर चौक, शंकर चौक, गांधी चौक से मेहसौल चौक, स्टेशन रोड होते हुए पुराना बिजली ऑफिस, जानकी उद्यान तथा भवदेपुर गुमटी चौक होते हुए वापस नगर थाना परिसर स्थित मंदिर में पहुंचेगी। शोभा यात्रा में ब्रह्मा, विष्णु, नारद, इंद्र, यमराज, चित्रगुप्त, हनुमान, काली, राधा कृष्ण आदि देवताओं के साथ भूत-बैताल, डाकिनी-शाकिनी की झांकी बरात में शामिल रहेंगे। दिल्ली की देवा सीओ ग्रुप विभिन्न भाव नृत्य प्रस्तुत करेगी। रात्रि में शिव-पार्वती विवाह कार्यक्रम का आयोजन होगा। जिसमें देव ग्रुप दिल्ली से आए कलाकारों द्वारा गीत-संगीत, भजन प्रस्तुत किया जाएगा।

महाशिवरात्रि पर शिव योग में होगी विशेष पूजा

सीतामढ़ी: फागुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। अंचल गली स्थित वैदेही वल्लभ निकुंज मंदिर के आचार्य सुमन झा के अनुसार,चतुर्दशी तिथि 12 मार्च दोपहर 3 बजकर तीन मिनट तक ही रहेगी। इस बार चतुर्दशी तिथि में रात्रि का समय 11 मार्च ही रहेगा। शिवरात्रि में रात के समय चतुर्दशी तिथि का अधिक महत्व है। क्योंकि शिवरात्रि का अर्थ ही है शिव की रात्रि। इस बार चतुर्दशी तिथि पूरी रात 11 मार्च को ही रहेगी। इस बार महाशिवरात्रि विशेष संयोग में मनाई जाएगी। इसी दिन शिव और शक्ति का मिलन हुआ था। इस बार बेहद खास योग बन रहा है। इस दिन घनिष्ठता नक्षत्र व शिव योग के साथ ही चंद्रमा मकर राशि का संयोग बन रहा है। महाशिवरात्रि कुंभ के साथ पड़ रही है। इसलिए इस वर्ष महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। महाशिवरात्रि पर इस वर्ष विशेष शिव योग बन रहा है। शिव योग में भगवान शिव की विधि पूर्वक पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

अभिजीत मुहूर्त का समय:

11 मार्च को अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 08 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। मान्यता में इस मुहूर्त में किए कार्य का अभिजीत फल प्राप्त होता है। महाशिवरात्रि के दिन उपवास का भी बड़ा महत्व है। इस दिन उपवास रखने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है। व्रत के दिन फलाहार किया जा सकता है।

पूजा विधि: प्रात:काल स्नान, ध्यान से निवृत होकर व्रत रखना चाहिए। बेल पत्र, पुष्प, जल, चंदन, दूध, दही, घी, शहद, धतूरा और सफेद पुष्प अर्पित कर पूजा करनी चाहिए। बेल पत्र की महिमा अधिक है। बेलपत्र को उलटा कर चढ़ाना चाहिए।

महाशिवरात्रि पारन मुहूर्त: 12 मार्च सुबह 6 बजकर 36 मिनट 6 सेकेंड से दोपहर तीन बजकर 4 मिनट 32 सेकेंड तक पारन का मुहूर्त है। 12 मार्च दोपहर तीन बजकर तीन मिनट पर चतुर्दशी तिथि समाप्त हो जाती है।

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