हरिकेश्वरनाथ महादेव मंदिर

सीतामढ़ी। हरिकेश्वरनाथ महादेव मंदिर परिहार प्रखंड के राजपूत टोल गांव में स्थित है। यह मं

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 11:53 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 11:53 PM (IST)
हरिकेश्वरनाथ महादेव मंदिर
हरिकेश्वरनाथ महादेव मंदिर

सीतामढ़ी। हरिकेश्वरनाथ महादेव मंदिर परिहार प्रखंड के राजपूत टोल गांव में स्थित है। यह मंदिर इलाके के लोगों के लिए आस्था का प्रतीक है। विभिन्न पर्व त्योहार विशेषकर सावन में सोमवारी एवं बसंत पंचमी के अवसर पर काफी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचकर भगवान भोले शंकर का श्रद्धा पूर्वक जलाभिषेक एवं पूजा अर्चना करते हैं।

मंदिर का इतिहास:

बताया जाता है कि सन 1962 में बसंत पंचमी के दिन हरि देव नारायण गिरी ने ग्रामीणों के सहयोग से यहां शिव मंदिर की स्थापना की थी। मंदिर के लिए सोनबरसा प्रखंड के राजवाड़ा गांव निवासी भिखारी ठाकुर ने जमीन दान दी थी। वे नि:संतान थे। लेकिन मंदिर की स्थापना के बाद उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। वर्षों तक मंदिर की देखभाल एवं पूजा अर्चना भूप भैरो गांव निवासी हरिदेव गिरी ने की। वर्तमान में उनके पुत्र शिव प्रसाद गिरी यहां पुजारी हैं।

मंदिर की विशेषता:

प्रत्येक वर्ष सावन में बाबा हरीकेश्वर नाथ के दर्शन एवं पूजन को लेकर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। बसंत पंचमी एवं महाशिवरात्रि के अवसर पर भी बृहद पैमाने पर लोग जलाभिषेक करने को पहुंचते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस शिव मंदिर में जो भी भक्त श्रद्धा एवं भक्ति के साथ विधिवत पूजा अर्चना करते हैं उनकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है। सावन मास में इस शिवलिग पर जलाभिषेक का विशेष महत्व है। कई लोगों की मनोकामना पूर्ण हो चुकी है। बसंत पंचमी के अवसर पर भव्य मेले का आयोजन होता है।

--- शिवप्रसाद गिरी, पुजारी इस शिवालय के प्रति इलाके के लोगों में काफी आस्था है। लोग शुभ कार्य करने से पहले यहां माथा टेककर भगवान भोलेशंकर का आशीर्वाद लेते हैं। सावन एवं बसंत पंचमी के अवसर पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।

--- श्याम बाबू सिंह, शिव भक्त

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