ड्रम सीडर से धान की सीधी बुवाई से 30 फीसद अधिक उत्पादन

कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से जलालपुर बैंगरी गांव में धान के सीधी बुवाई के विभिन्न विधियों का मूल्यांकन विषय पर ऑन फार्म ट्रायल लगाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Jul 2020 12:21 AM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2020 12:21 AM (IST)
ड्रम सीडर से धान की सीधी बुवाई से 30 फीसद अधिक उत्पादन
ड्रम सीडर से धान की सीधी बुवाई से 30 फीसद अधिक उत्पादन

सीतामढ़ी। कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से जलालपुर बैंगरी गांव में धान के सीधी बुवाई के विभिन्न विधियों का मूल्यांकन विषय पर ऑन फार्म ट्रायल लगाया गया। जिसमें सबसे पहले परंपरागत तरीके से नर्सरी तैयार कर रोपाई करने की जानकारी दी गई। सस्य वैज्ञानिक सचिदानंद प्रसाद ने दूसरी विधि जीरो टीलेज और तीसरी ड्रम सीडर द्वारा धान की सीधी बुवाई करने की जानकारी दी। इनमे ड्रम सीडर द्वारा धान की सीधी बुवाई में ड्रम सीडर की खासियत के बारे में बताया। कहा कि ड्रम सीडर से बुआई करने प्रति एकड़ चार हजार रुपये की बचत होने, उत्पादन 25 से 30 फीसद अधिक होता है। गया कि उसका वजन 6 किलोग्राम होने के कारण कही भी आसानी से ले जाया जा सकता है। इससे बुआई के लिए सबसे पहले बीज को 12 घंटों के लिए पानी में छोड़ देने, इसके बाद उपचार कार्बेंडाजिम 2 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से मिला कर जुट के बोरे से 20 घंटे के लिए छोड़ देने, हल्का अंकुरण होने पर ही उस ड्रम में रखने की सलाह दी। उर्वरक के रुप में बुआई के समय डायअमोनियम फॉस्फेट 30 किलोग्राम एवं म्युरेट आफ पोटाश 10 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से प्रयोग करने को कहा। पंक्ति से पंक्ति की दूरी 20 सेंटीमीटर एवं पौधे से पौधे की दूरी 10 सेंटीमीटर होना जरूरी बताया। खरपतवार नाश के लिए 20 दिनों बाद बेसपायरी बेकसोडियम 10 प्रतिशत दवा एक मिली प्रति दो लीटर पानी की दर से प्रयोग करने को कहा। मौके पर समंवयक अमरेश कुमार, पप्पू कुमार, उदय कुमार, रमेश कुमार समेत कई किसान मौजूद थे।

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