शेखपुरा में अंचल कार्यालय की जमीन व टाउन हाल को निजी बता कराया अपने नाम
शेखपुरा। अधिकारियों से अगर साठगांठ हो तो कोई भी सही व गलत काम बहुत ही आसानी से हो सकता है। ऐसा ही एक मामला शेखपुरा जिले में भी सामने आया है। बरबीघा के नारायणपुर निवासी सुरेंद्र महतो ने अंचल कार्यालय परिसर की परती जमीन श्री कृष्ण स्मारक भवन (टाउन हाल) व आंबेडकर कन्या छात्रावास की जमीन को अपने नाम करा लिया गया है।
शेखपुरा। अधिकारियों से अगर साठगांठ हो तो कोई भी सही व गलत काम बहुत ही आसानी से हो सकता है। ऐसा ही एक मामला शेखपुरा जिले में भी सामने आया है। बरबीघा के नारायणपुर निवासी सुरेंद्र महतो ने अंचल कार्यालय परिसर की परती जमीन, श्री कृष्ण स्मारक भवन (टाउन हाल) व आंबेडकर कन्या छात्रावास की जमीन को अपने नाम करा लिया गया है। अंचलाधिकारी द्वारा इनकी रसीद काटकर जमाबंदी भी कायम कर दी गई।
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क्या है पूरा मामला
दरअसल, नारायणपुर मोहल्ला निवासी सुरेंद्र महतो का दावा है कि अंचल कार्यालय, प्रखंड कार्यालय, टाउन हाल, आंबेडकर छात्रावास आदि की जमीन उनके पुरखों की है और खतियान पर उन्हीं का नाम है। इसको लेकर वह हाईकोर्ट में केस किए हुए हैं। वहीं, बताया जा रहा है कि सीओ के स्थानांतरण के दौरान तालमेल से आनलाइन आवेदन कर स्थानीय कर्मचारी और अंचलाधिकारी को विश्वास में लेकर अपने नाम से रसीद कटवा लिया। इसमें बड़े पैमाने पर लेनदेन की बात भी चर्चा में है।
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सात जुलाई को काटी गई थी रसीद
आनलाइन आवेदन करने के बाद अधिकारियों से साठगांठ करते हुए सुरेंद्र महतो ने जमाबंदी अपने नाम करवा ली, जिसकी जमाबंदी संख्या 76 है। यह रकबा तीन एकड़ तीन प्वाइंट 68 डिसमिल है।
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पंजी गायब करवाने की भी है चर्चा : सरकारी जमीन को अपने नाम करवाने के खेल में इस बात की भी चर्चा है कि सरकारी जमीन में दान दिए गए कागजात को अंचल से लेकर मुंगेर कार्यालय तक से गायब करवा दिया गया है। इस वजह से सरकारी अमले के पास अपने सरकारी कार्यालय का कोई कागजात उपलब्ध नहीं है। इसमें अंचल कार्यालय के ठीक पीछे बड़े भूभाग का भी मामला है।
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इन्हीं जमीन पर की गई गड़बड़ी
खाता संख्या 731- अंचल कार्यालय परिसर
खाता संख्या 698- टाउन हाल, छात्रावास
खाता संख्या 720- निजी मकान
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कहते हैं अधिकारी
निवर्तमान अंचलाधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि तकनीकी त्रुटि की वजह से कुछ गड़बड़ी हो गई थी। जब इसकी जानकारी मिली तो तत्काल भूल सुधार कर दिया गया है और कायम जमाबंदी व रसीद को रद कर दिया गया है। उधर, इस संबंध में पूछे जाने पर अंचलाधिकारी भुनेश्वर यादव ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा सरकारी जमीन को अपने नाम कराने की शिकायत मिलने पर इसकी जांच की गई थी, परंतु कोई मामला सामने नहीं आया। जमाबंदी में इस तरह की कोई जानकारी नहीं है।