25 साल पुराने शेखपुरा का टीवी रिले केंद्र अब होगा बंद

छत पर टीवी के एंटीना घुमाकर सिगनल चेक करने की बातें अब लगभग यादों में रह गई है। बदलते समय और आधुनिक होती प्रसारण की तकनीक केबल और डिश ने इसे पुराना कर दिया। तकनीक आगे बढ़ी तो कई परिवारों में वाई-फाई से टेलीविजन चलाये जा रहे हैं। इस बदलते तकनीक और लोगों की बदलती रुचि ने दूरदर्शन के रिले केंद्रों पर बंदी की तलवार लटका दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 11:38 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 11:38 PM (IST)
25 साल पुराने शेखपुरा का टीवी रिले केंद्र अब होगा बंद
25 साल पुराने शेखपुरा का टीवी रिले केंद्र अब होगा बंद

अरविद कुमार,शेखपुरा:

छत पर टीवी के एंटीना घुमाकर सिगनल चेक करने की बातें अब लगभग यादों में रह गई है। बदलते समय और आधुनिक होती प्रसारण की तकनीक केबल और डिश ने इसे पुराना कर दिया। तकनीक आगे बढ़ी तो कई परिवारों में वाई-फाई से टेलीविजन चलाये जा रहे हैं। इस बदलते तकनीक और लोगों की बदलती रुचि ने दूरदर्शन के रिले केंद्रों पर बंदी की तलवार लटका दिया है। इसी कड़ी में 25 साल से अधिक पुराने शेखपुरा के दूरदर्शन रिले केंद्र पर भी तालाबंदी की तलवार लटक गई है। योजना अनुरूप सब कुछ रहा तो इस महीने की 31 दिसंबर को इस केंद्र से अंतिम प्रसारण होगा। नये साल के पहले दिन से ही इसका अस्तित्व समाप्त हो जायेगा। बताया गया शेखपुरा जैसे कई दूरदर्शन रिले केंद्र पहली जनवरी से बंद होने वाले हैं। शेखपुरा में इसका उदघाटन 13 फरवरी 1996 को हुआ था। क्षेत्रीय (बेगूसराय की) सांसद तथा केंद्रीय मंत्री कृष्णा शाही के प्रयास से शेखपुरा में केंद्र स्थापित हुआ था। 15 किमी है प्रसारण क्षमता—

शेखपुरा के दूरदर्शन रिले केंद्र की प्रसारण क्षमता 15 किमी का है। केंद्र से 15 किमी दूरी तक इसका सिगनल आसानी से मिलता है। मगर इसके साथ शुरू से ही यह केंद्र एक बड़ी तकनीकी समस्या से भी जूझ रहा है। जिला मुख्यालय शेखपुरा में स्थापित इस रिले केंद्र का शहर के ही 85 फीसद लोग शुरू से ही इसके लाभ से वंचित रहे हैं। कारण की पहाड़ की तलहट्टी में स्थापित केंद्र का सिगनल घनी आबादी वाले शहर के दूसरी तरफ नहीं पहुंच पता है। लोगों ने कई बार आवाज भी उठाई मगर समस्या हल होने से पहले इसमें तालाबंदी की सूचना आ गई। मात्र टेकनीशियन पर है केंद्र - शेखपुरा का दूरदर्शन रिले केंद्र मात्र 3 टेकनीशियन पर चल रहा है। केंद्र पर अभियंता का पद भी सृजित है,मगर 25 वर्षों में आज तक किसी अभियंता का पदस्थापन ही नहीं हुआ। शुरुआत के दिनों में कुछ दिन दूसरे केंद्र के अभियंता को यहां की अतिरिक्त जिम्मेवारी दी गई। उसके बाद तो समूचा काम मात्र टेकनीशियन पर ही चलता रहा। यहां तैनात एक कर्मी ने बताया अब तो प्रसारण का समय भी कम करके 6 घंटे कर दिया गया है।

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