दर्द से तड़पती गर्भवती अस्पताल गेट पर हो गया प्रसव

शेखपुरा। सदर अस्पताल के गेट के पास गर्भवती महिला दर्द से तड़पती रही मगर अस्पताल प्रबंधन शेखपुरा। सदर अस्पताल के गेट के पास गर्भवती महिला दर्द से तड़पती रही मगर अस्पताल प्रबंधन की तरफ से उसकी कोई सुध नहीं ली गई। उसके पति अस्पताल में डॉक्टर और नर्स की तलाश में एक कमरे से दूसरे कमरे भटकते रहे लेकिन कोई भी नहीं मिला। आखिरकार गर्भवती का गेट के बाहर ही प्रसव हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Sep 2020 07:55 PM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 05:16 AM (IST)
दर्द से तड़पती गर्भवती अस्पताल गेट पर हो गया प्रसव
दर्द से तड़पती गर्भवती अस्पताल गेट पर हो गया प्रसव

शेखपुरा। सदर अस्पताल के गेट के पास गर्भवती महिला दर्द से तड़पती रही, मगर अस्पताल प्रबंधन की तरफ से उसकी कोई सुध नहीं ली गई। उसके पति अस्पताल में डॉक्टर और नर्स की तलाश में एक कमरे से दूसरे कमरे भटकते रहे, लेकिन कोई भी नहीं मिला। आखिरकार गर्भवती का गेट के बाहर ही प्रसव हो गए।

प्रसूता महिला दारो देवी (26वर्ष) सदर प्रखंड के सरमैदान गांव की है। अस्पताल गेट पर प्रसव होने के बाद अस्पताल के कर्मियों ने जच्चा तथा बच्चा को उठाकर मातृ-शिशु वार्ड में भर्ती कराया। जच्चा तथा बच्चा दोनों का स्वास्थ बेहतर है। अस्पताल गेट पर महिला का प्रसव कराने में दूसरे मरीजों के साथ आई महिलाओं ने अपनत्व दिखाते हुए प्रसव कराने में मदद भी की। बता दें कि इससे पूर्व भी सदर अस्पताल में डॉक्टर के नहीं रहने पर कई बार हंगामा हो चुका है।

प्रसूता के स्वजन साधु यादव ने बताया शुक्रवार की सुबह घर में पत्नी दारो देवी को प्रसव पीड़ा होने के बाद ऑटो से पत्नी को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। अस्पताल पहुंचने से काफी पहले ही प्रसव पीड़ा तेज हो गई। जब अस्पताल पहुंचे तब प्रसव पीड़ा झेल रही पत्नी को आटो को छोड़कर अस्पताल में नर्स तथा डाक्टर को खोजने लगे। मगर वहां कोई नहीं मिले। इस बीच प्रसव पीड़ा बढ़ने पर महिला को आटो से उतारकर अस्पताल की इंट्री गेट इमरजेंसी के पास बैठाया। तब तक वहीं महिला का प्रसव हो गया। बाद में अस्पताल की नर्स जच्चा-बच्चा को वहां से भीतर ले गई।

उधर इस मामले में सिविल सर्जन से अस्पताल उपधीक्षक से रिपोर्ट तलब किए जाने की बात कई है। अस्पताल प्रबंधक ने कहा कि लापरवाही बरतने वाली नर्स की पहचान करके कार्रवाई की जाएगी।

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