गांवों में जाएगी चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला, जांच में होगी सुविधा

शेखपुरा। खेतों की मिट्टी जांच के लिए अब किसानों को जिला में स्थापित प्रयोगशाला की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। अब प्रयोगशाला को ही गांव-गांव घुमाया जायेगा तथा गांवों में ही जाकर खेतों की मिट्टी की जांच की जायेगी। मिट्टी की यह जांच पूरी तरह से निशुल्क होगी। इसके लिए किसानों से कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 11:30 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 11:30 PM (IST)
गांवों में जाएगी चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला, जांच में होगी सुविधा
गांवों में जाएगी चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला, जांच में होगी सुविधा

शेखपुरा। खेतों की मिट्टी जांच के लिए अब किसानों को जिला में स्थापित प्रयोगशाला की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। अब प्रयोगशाला को ही गांव-गांव घुमाया जायेगा तथा गांवों में ही जाकर खेतों की मिट्टी की जांच की जायेगी। मिट्टी की यह जांच पूरी तरह से निशुल्क होगी। इसके लिए किसानों से कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा।

जिला कृषि पदाधिकारी शिवदत्त सिन्हा ने बताया कि इस काम के लिए सरकार ने शेखपुरा जिला को एक चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला उपलब्ध कराया है। यह चलंत प्रयोगशाला गांवों में घूमेगी और खेतों की मिट्टी की जांच करेगा। इसके लिए शेडयूल और रूट चार्ट तैयार किया जा रहा है। मिट्टी जांच के लिए जिला स्तर पर स्थाई प्रयोगशाला पहले से स्थापित है। सरकार ने अब हर पंचायत में इसी तरह का स्थायी प्रयोगशाला स्थापित करने का निर्णय लिया है। पंचायतों में प्रयोगशाला के लिए सरकार अनुदान भी देती है। जिला के शेखोपुरसराय प्रखंड के केवलबीघा गांव में पिछले सप्ताह ही ऐसे ही प्रयोगशाला को शुरू किया गया है।

जरूरी है खेतों की मिट्टी की जांच---

मानव शरीर के स्वास्थ्य जांच की तरह खेतों की मिट्टी के स्वास्थ्य की भी जांच जरूरी है। हर तीन वर्ष पर खेतों की मिट्टी की जांच करानी चाहिए। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया जिस प्रकार मनुष्य के शरीर की जांच से बीमारी का पता चलता है,उसी प्रकार मिट्टी की जांच से यह पता चलता है कि खेत में किस रसायन की अधिकता है और किस रसायन की कमी है। इसी जांच रिपोर्ट के मुताबिक खेतों में उर्वरक तथा कीटनाशक डाला जाता है,ताकि फसल अच्छी हो।

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