शेखपुरा पोषण अभियान के पायलट प्रोजेक्ट में शामिल जिला के 36 आंगनबाड़ी पर चलेगा कार्यक्रम

आकांक्षी जिलों में शामिल शेखपुरा को राष्ट्रीय पोषण अभियान के पायलट प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है। इसको लेकर जिला के चिहित 36 आंगनबाड़ी केंद्रों पर विशेष पोषण कार्यक्रम चलाया जायेगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 11:47 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 11:47 PM (IST)
शेखपुरा पोषण अभियान के पायलट प्रोजेक्ट में शामिल जिला के 36 आंगनबाड़ी पर चलेगा कार्यक्रम
शेखपुरा पोषण अभियान के पायलट प्रोजेक्ट में शामिल जिला के 36 आंगनबाड़ी पर चलेगा कार्यक्रम

जागरण संवाददाता, शेखपुरा : आकांक्षी जिलों में शामिल शेखपुरा को राष्ट्रीय पोषण अभियान के पायलट प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है। इसको लेकर जिला के चिहित 36 आंगनबाड़ी केंद्रों पर विशेष पोषण कार्यक्रम चलाया जायेगा। इस कार्यक्रम में 5 वर्ष टीके की आयु के बच्चों के साथ गर्भवती महिलाओं की सेहत का विशेष ध्यान रखा जायेगा। इस कार्यक्रम को धरातल पर उतारने के लिए गुरुवार को सिविल सर्जन कार्यालय के सभागार में विशेष प्रशिक्षण का आयोजन हुआ। इसमें यूनिसेफ के अधिकारी वृंदा क्रीट शामिल हुए। बताया गया जिला के प्रत्येक प्रखंड के 6 आंगनबाड़ी केंद्रो का चयन इस योजना के लिए हुआ है। गुरुवार को इन्हीं केंद्रों की सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षक ने बताया पोषण की कमी से बच्चों में कई तरह की बीमारी होती है। इसमें बच्चों का नाटापन और उनका कम वजन आम बीमारी है। बिहार में लगभग 14 लाख बच्चे अति कुपोषण के शिकार हैं। शेखपुरा जिला में यह आंकड़ा लगभग 7 फीसद है। जिला के चिहित आंगनबाड़ी केंद्रों पर अतिकुपोषित बच्चों को जरूरी दवा तथा विटामिन की खुराक दी जायेगी। 16 सप्ताह तक इसकी निगरानी भी की जायेगी। इसके बाद में चिहित बच्चों में कुपोषण का स्तर कम नहीं होगा तो ऐसे बच्चों को विशेष केयर में रखा जायेगा। इस पायलट प्रोजेक्ट में शेखपुरा सहित बिहार के 5 जिलों को शामिल किया गया है। इसमें बेगूसराय,कटिहार,अररिया और सीतामढ़ी भी शामिल है।

डेढ़ लाख से अधिक बच्चों को पिलाई जाएगी पोलियो ड्राप

जागरण संवाददाता, शेखपुरा : जिला में चल रहे कोविड टीकाकरण के साथ रविवार से पोलियो अभियान भी चलेगा। पोलियो अभियान 26 से 30 सितंबर तक चलेगा। 5 दिनों के अभियान में शून्य से 5 साल तक आयु के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जायेगी। इसको लेकर गुरुवार को सिविल सर्जन ने बैठक करके माइक्रो प्लान को अंतिम रूप दिया। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के साथ यूनिसेफ,डब्लूएचओ,पिरामल और केयर इंडिया के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। डीपीएम श्याम कुमार निर्मल ने बताया अभियान में एक लाख 54 हजार 576 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है। इसके लिए 3 सौ से अधिक टीमें बनाई गई है। घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाने के साथ स्टेशन,बस अड्डों और चौक-चौराहों पर स्थायी टीम लगाकर आने-जाने वाले बच्चों को भी दवा पिलाई जायेगी। इस अभियान में एक लाख 23 हजार 674 घर तक स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचेगी। सिविल सर्जन ने बताया समूचे भारत से पोलियो का उन्मूलन कर दिया गया है,मगर कुछ पड़ोसी देशों में अभी भी पोलियो के नये रोगी मिले हैं। इसी एहतियात के तहत देश में पोलियो टीकाकरण का अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में सभी अभिभावकों से सहयोग की अपील की है।

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