सामूहिक प्रयास से बढ़ रही टीकाकरण की गति

शेखपुरा। कोरोना से बचाव के लिए जिले में शुरू हुए सामूहिक प्रयास का सकारात्मक असर दिखने लगा है। सिविल सर्जन ने बताया कि तीन-चार दिन पहले जहां चार से पांच सौ लोगों को ही टीका लगाया जा रहा था वहीं अब बढ़कर प्रतिदिन एक हजार से अधिक हो गया है। हालांकि यह उपलब्धि भी प्रतिदिन के टारगेट का मात्र 59 फीसद है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 11:12 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 11:12 PM (IST)
सामूहिक प्रयास से बढ़ रही टीकाकरण की गति
सामूहिक प्रयास से बढ़ रही टीकाकरण की गति

शेखपुरा। कोरोना से बचाव के लिए जिले में शुरू हुए सामूहिक प्रयास का सकारात्मक असर दिखने लगा है। सिविल सर्जन ने बताया कि तीन-चार दिन पहले जहां चार से पांच सौ लोगों को ही टीका लगाया जा रहा था, वहीं अब बढ़कर प्रतिदिन एक हजार से अधिक हो गया है। हालांकि, यह उपलब्धि भी प्रतिदिन के टारगेट का मात्र 59 फीसद है।

गौरतलब है कि जिले में प्रतिदिन 1900 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। शुक्रवार को 1122 लोगों को टीका लगाया गया। इसमें शेखपुरा में 450, बरबीघा में 240, अरियरी में 202, शेखोपुरसराय में 110, चेवाड़ा में 70 तथा घाटकुसुम्भा में 50 लोगों को टीका लगाया गया। टीकाकरण के इस आंकड़े में स्थायी बूथ के साथ चलंत टीका एक्सप्रेस का आंकड़ा भी शामिल है। जिले में टीकाकरण की गति को बढ़ाने के लिए सामूहिक अभियान चलाया जा रहा है। इसमें वरीय अधिकारी भी घर-घर जाकर लोगों को जागरूक और प्रेरित कर रहे हैं। लोगों को बताया जा रहा है कि कोरोना से जान बचाने के लिए टीका लेना जरूरी है। इधर, शनिवार को डीडीसी सत्येंद्र कुमार सिंह ने सिविल सर्जन के साथ बैठक करके टीकाकरण की समीक्षा की तथा इसे और तेज करने को कहा।

अब गीत-नाटक से लोगों को टीका लगाने को किया जाएगा प्रोत्साहित

जागरण संवाददाता, शेखपुरा:

टीका लगवाने के लिए अब लोगों को गीत और नाटक के माध्यम से प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन ने लोक कलाकारों को मोर्चे पर उतारा है। शनिवार से जिले में यह नया अभियान शुरू किया गया है। डीडीसी सत्येंद्र कुमार सिंह ने कलाकारों की टीम को झंडी दिखाकर रवाना किया। कलाकारों की टीम गांव-गांव जाकर लोगों को टीके की उपयोगिता को लेकर जागरूक करेगी। कलाकारों से पहले जिले में प्रशासन के वरीय से कनीय अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि, विकास मित्र, शिक्षक, आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी, आशा व विकास मित्र सभी इस जागरुकता अभियान से जुड़े हैं। डीडीसी ने बताया कि गांवों में लोग कोरोना के खतरों को लेकर जागरूक नहीं हैं। उनकों जागरूक करने के लिए पहले से चल रहे अभियान में अब लोक कलाकारों को भी शामिल किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों ने ऐसे प्रयासों का अच्छा परिणाम होगा। कलाकारों को प्रतिदिन छह गांवों में जागरुकता कार्यक्रम करने का काम दिया गया है।

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