शेखपुरा में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को मैन पावर व संसाधनों पर जोर
शेखपुरा। विशेषज्ञों की मानें तो इस महीने के अंत तक कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। यह लहर पहले की दोनों लहरों से तेज होगी तथा इसकी संक्रमण क्षमता पहले की अपेक्षा तीन से चार गुनी हो सकती है। कोरोना के इसी खतरे से निबटने के लिए स्वास्थ्य विभाग मैन पावर और संसाधन दोनों को मजबूत कर रहा है।
शेखपुरा। विशेषज्ञों की मानें तो इस महीने के अंत तक कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। यह लहर पहले की दोनों लहरों से तेज होगी तथा इसकी संक्रमण क्षमता पहले की अपेक्षा तीन से चार गुनी हो सकती है। कोरोना के इसी खतरे से निबटने के लिए स्वास्थ्य विभाग मैन पावर और संसाधन दोनों को मजबूत कर रहा है। कोविड सेंटर के प्रभारी डा. अशोक कुमार सिंह बताते हैं कि कोविड सेंटर में जरूरी संसाधनों को तैयार किया जा रहा है। इसके लिए चिकित्सकों, नर्सो तथा पारा मेडिकल स्टाफ के साथ आक्सीजन, आक्सीजन कंसंस्ट्रेटर व वेंटिलेटर की व्यवस्था की गई है। कोविड सेंटर में 100 बेड का विशेष वार्ड बनाया गया है।
तीसरी लहर से मुकाबले के लिए कोविड सेंटर में आक्सीजन तथा आक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था की गई है। गंभीर मरीजों के लिए आक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की गई है। कोविड सेंटर पर 10 बेड पर पाइप लाइन से आक्सीजन की सप्लाई की व्यवस्था की गई है। विशेष परिस्थिति के लिए 29 आक्सीजन कंसंट्रेटर भी लगाया गया है। यह मशीन खुद आक्सीजन का निर्माण करती है, जिससे गंभीर मरीजों को आक्सीजन की सप्लाई की जा सकेगी। सदर अस्पताल में स्थाई रूप से आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है।
वेंटिलेटर युक्त बच्चा वार्ड की व्यवस्था--
विशेषज्ञों के अनुमान के मुताबिक तीसरी लहर बच्चों को अधिक प्रभावित कर सकती है। इस संभावित खतरे से निबटने के लिए कोविड सेंटर में अलग से 50 बेड का बच्चा वार्ड तैयार किया जा रहा है। यह बच्चा वार्ड 100 बेड के कोविड सेंटर के अतिरिक्त होगा। डा. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि बच्चा वार्ड के लिए अलग से चाइल्ड स्पेशलिस्ट को लगाया गया है। 50 बेड के चाइल्ड बेड में आठ बेड पर वेंटिलेटर लगाये गये हैं। संक्रमित बच्चों के मनोरंजन के लिए यहां अलग से एक सेक्शन बनाया जा रहा है, जहां तरह-तरह के खिलौने होंगे।