परिवार नियोजन में अच्छा काम करने वाले डॉक्टर व नर्स पुरस्कृत
जिला में परिवार नियोजन या कहें जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम में अच्छा काम करने वाले डाक्टरों तथा अन्य कर्मियों को पुरस्कृत किया गया। शुक्रवार को इसके लिए शेखपुरा के जीएनएम कालेज में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया।
शेखपुरा । जिला में परिवार नियोजन या कहें जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम में अच्छा काम करने वाले डाक्टरों तथा अन्य कर्मियों को पुरस्कृत किया गया। शुक्रवार को इसके लिए शेखपुरा के जीएनएम कालेज में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें खुद सिविल सर्जन डॉ एमपी सिंह ने डाक्टरों तथा कर्मियों को ट्राफी एवं प्रशस्तिपत्र प्रदान किया। इसमें सबसे बेहतर कार्य के लिए शेखपुरा के पीएचसी प्रभारी डॉ अशोक कुमार सिंह को सम्मानित किया गया। सबसे उत्कृष्ट नर्स के रूप में उर्मिला कुमारी को तथा सबसे अच्छा प्रेरक के रूप में आशा कार्यकर्ता निर्मला कुमारी को पुरस्कृत किया गया। इस समारोह में डीपीएम श्याम कुमार निर्मल तथा जिला स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी भी शामिल हुए। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ एमपी सिंह ने जिला में जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम में अच्छा काम करने वाले डाक्टरों, नर्सों तथा आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि परिवार नियोजन का कार्यक्रम आपकी मदद और सहयोग की बदौलत सफल हो रहा है। सिविल सर्जन ने कहा कि समाज में अभी भी परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता की काफी कमी है। इसके लिए गांवों-टोलों में काम करने वाली आशा कार्यकर्ता तथा एएनएम इस राष्ट्रीय मिशन की ब्रांड अम्बेसडर साबित हो सकतीं हैं। इस बाबत आधिकारिक आंकड़े देते हुए डीपीएम श्याम कुमार निर्मल ने बताता कि पहली जनवरी 2018 से 31 दिसंबर 2018 तक पूरे एक साल चले कार्यक्रम में सभी पीएचसी के परफार्मेंस के आधार पर यह पुरस्कार प्रदान किया गया है। समूचे एक साल में जिला में 2718 लोगों ने अपना परिवार नियोजन कराया। इसके अलावे परिवार नियोजन के वैकल्पिक साधन के रूप में 1944 अंतरा इंजेक्शन का इस्तेमाल महिलाओं ने किया। वैकल्पिक साधन के इस्तेमाल के तहत साल भर में 678 महिलाओं ने कापर-टी का इस्तेमाल किया।