मोनेटरिग टीमों की निगरानी में हुआ टीएचआर का वितरण
सोमवार को विशेष कार्यक्रम के तहत जिला के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीएचआर का वितरण किया गया। टीएचआर की निगरानी में किया गया। इसके लिए प्रखंड व पंचायत स्तर पर टीम बनाई गई थी।
शेखपुरा :
सोमवार को विशेष कार्यक्रम के तहत जिला के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीएचआर का वितरण किया गया। टीएचआर के वितरण के लिए सभी प्रखंडों तथा पंचायत स्तर पर मोनेटरिग टीम बनाई गई थी। इसकी आधिकारिक जानकारी देते हुए डीपीओ उषा कुमारी ने बताया टीएचआर के लिए सभी सेविकाओं को पहले ही राशि जारी कर दी गई है। सोमवार को सभी केंद्रों पर वहां नामांकित बच्चों के साथ केंद्र पर पंजीकृत गर्भवती महिलाओं तथा बच्चों को दूध पिलाने वाली माताओं को चावल-गेहूं तथा सोयाबीन बड़ी व अंडा दिया गया। सोयाबीन बड़ी तथा अंडा में से किसी एक चीज को देना है। सोमवार को जिला भर में वितरण की मोनेटरिग के लिए जिला के वरीय अधिकारियों के साथ सभी सीडीपीओ तथा सभी महिला सुपरवाइजरों को भी लगाया गया था। लाभूकों को टीएचआर की पूरी निर्धारित मात्रा मिले, इसके लिए सख्त निर्देश भी जारी किए गए थे। समाचार लिखे जाने तक कहीं से वितरण मे गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली है। डीपीओ ने बताया टीएचआर का वितरण 15 दिसंबर को हो होना था, मगर रविवार होने की वजह से सोमवार को इसका वितरण किया गया। इसमें विभिन्न लाभुकों के लिए अलग-अलग मात्रा निर्धारित है। टीएचआर का वितरण कुपोषण से लड़ने के लिए किया जाता है।
विभिन्न लाभुकों के लिए अलग मात्रा
इस योजना के तहत सभी लाभुक के लिए अलग-अलग मात्रा निर्धारित है। कुपोषित अति कुपोषित बच्चों के लिए भी अलग-अलग मात्रा तय किया हुआ है। अतिकुपोषित बच्चों को पौने चार किलो चावल तथा पौने दो किलो दाल के साथ 12 अंडे या अंडे के विकल्प के रूप में 875 ग्राम सोयाबीन बड़ी दी जाती है। इसी तरह सामान्य कुपोषित बच्चे को ढाई किलो चावल, सवा किलो दाल तथा 8 अंडे या अंडे के विकल्प के रूप में आधा किलो सोयाबीन बड़ी दी जाती है। इसी तरह गर्भवती महिला तथा दूध पिलाने वाली महिला को साढ़े तीन किलो चावल के साथ डेढ़ किलो दाल तथा सात अंडे दिये जाते हैं। अंडे के स्थान पर 450 ग्राम सोयाबीन की बड़ी दिये जाने का प्रावधान है।