लोगों को काफी समझाने के बाद सरमैदान गांव में शुरू हुआ टीकाकरण

शेखपुरा। ग्रामीण क्षेत्रों से खाली हाथ लौट रहे वैक्सीन एक्सप्रेस को कारगर करने के लिए अब वरीय अधिकारियों को मोर्चे पर जुटना पड़ रहा है। टीका लगवाने के लिए ग्रामीणों से निहोरा करने खुद डीपीएम को सरमैदान गांव जाना पड़ा। डीपीएम की अपील और विनती के बाद कुछ ग्रामीण टीका लगवाने को राजी हुए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 31 May 2021 11:31 PM (IST) Updated:Mon, 31 May 2021 11:31 PM (IST)
लोगों को काफी समझाने के बाद सरमैदान गांव में शुरू हुआ टीकाकरण
लोगों को काफी समझाने के बाद सरमैदान गांव में शुरू हुआ टीकाकरण

शेखपुरा। ग्रामीण क्षेत्रों से खाली हाथ लौट रहे वैक्सीन एक्सप्रेस को कारगर करने के लिए अब वरीय अधिकारियों को मोर्चे पर जुटना पड़ रहा है। टीका लगवाने के लिए ग्रामीणों से निहोरा करने खुद डीपीएम को सरमैदान गांव जाना पड़ा। डीपीएम की अपील और विनती के बाद कुछ ग्रामीण टीका लगवाने को राजी हुए। बता दें 45 साल से ऊपर के लोगों को टीका देने के लिए पिछले सप्ताह से जिले के सभी प्रखंडों में वैक्सीन एक्सप्रेस (चलंत टीका वाहन) घुमाया जा रहा है। मगर, गांवों में लोग टीका नहीं लगवा रहे हैं। इसी में ग्रामीणों को प्रेरित करने सोमवार को खुद डीपीएम सदर प्रखंड के सरमैदान गांव पहुंचे। पहले तो ग्रामीण डीपीएम के नजदीक आना ही नहीं चाह रहे थे। काफी प्रयास के बाद आये तो मन में फैली भ्रांतियों को लेकर टीका लेने से साफ मना कर दिया। बाद में उन्हें कोरोना के खतरों तथा उसके बचाव के लिए टीका की उपयोगिता बताई गई तब कुछ लोग टीका लेने को राजी हुए। डीपीएम ने बताया कि जिले में चलाई जा रही वैक्सीन एक्सप्रेस का रिजल्ट अभी तक आशाजनक नहीं है। गांव में लोग टीकाकर्मी तथा आशा की बातों व सलाह को तरजीह नहीं देते हैं। प्रत्येक दिन एक गांव में दो सौ लोगों को टीका लगाने का टारगेट है, मगर पांच से छह लोग ही टीका लेते हैं।

हर दिन एक प्रखंड में ढाई सौ लोगों को लगाएं टीक

जिले में सुस्त टीकाकरण की रफ्तार को तेज करने के लिए सोमवार को जिला प्रशासन ने महत्वपूर्ण बैठक की। डीडीसी की अध्यक्षता में हुई बैठक में सीएस, डीपीएम तथा सभी चिकित्सा पदाधिकारी भी शामिल हुए। बैठक में टीकाकरण की समीक्षा की गई तथा ग्रामीण क्षेत्रों में चलाई जा रही वैक्सीन एक्सप्रेस अभियान को तेज करने का निर्देश दिया गया। इसमें प्रत्येक प्रखंड में प्रतिदिन ढ़ाई सौ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य दिया गया। डीडीसी ने कहा एक दिन में एक गांव में ढाई सौ को टीका देने का लक्ष्य पूरा नहीं हो तो बगल के गांव में जाकर उसी दिन यह लक्ष्य पूरा करें। गांवों में टीकाकरण को तिथि दो दिन पहले इसकी सूचना गांव में दी जाये। गांव में टीका दल के पहुंचने से पहले वहां की आशा, जीविका दीदी, आंगनबाड़ी सेविका व विकास मित्र घर-घर जाकर इसकी सूचना लोगों को देंगे तथा उन्हें गांव के टीका बूथ तक लाने का भी काम करेंगे। इस अभियान के लिए चिकित्सा पदाधिकारियों को अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करने का निर्देश दिया गया है।

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