जर्जर सड़कें दे रहीं जख्म, वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक

आमतौर पर सड़कों को विकास का प्रतीक माना जाता रहा है। लेकिन शिवहर की सड़कें न केवल रफ्तार पर ब्रेक लगा रही हैं बल्कि जख्म भी दे रही हैं। यूं कहे कि सूबे के सबसे छोटे जिले की पहचान अब जर्जर सड़कें बन चुकी हैं तो कोई बड़ी बात नहीं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Oct 2020 12:29 AM (IST) Updated:Fri, 09 Oct 2020 05:10 AM (IST)
जर्जर सड़कें दे रहीं जख्म, वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक
जर्जर सड़कें दे रहीं जख्म, वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक

शिवहर । आमतौर पर सड़कों को विकास का प्रतीक माना जाता रहा है। लेकिन शिवहर की सड़कें न केवल रफ्तार पर ब्रेक लगा रही हैं, बल्कि जख्म भी दे रही हैं। यूं कहे कि सूबे के सबसे छोटे जिले की पहचान अब जर्जर सड़कें बन चुकी हैं, तो कोई बड़ी बात नहीं। इलाके के लोग दशकों से सड़कों की जर्जरता का दर्द झेल रहे है। हर चुनाव में सड़क का मुद्दा उठता जरूर है, लेकिन चुनाव बाद मुद्दे गायब हो जाते हैं। सड़कें चाहे शिवहर-सीतामढ़ी नेशनल हाईवे हो या फिर शिवहर-मुजफ्फरपुर और शिवहर-मोतिहारी स्टेट हाईवे, सबकी हालत खराब हो चुकी है। बाढ़-बरसात के दौरान नेशनल हाईवे पर नाव चलती है। वहीं शिवहर -मोतिहारी सड़क कीचड़ में तब्दील नजर आती है। हल्की बारिश में ही दोनों सड़क से आवागमन बंद हो जाता है। जबकि, शिवहर -मुजफ्फरपुर सड़क गड्ढे में तब्दील होकर रह गई है।

इतना ही नहीं शिवहर नगर पंचायत में एक भी सड़क ऐसी नहीं है, जिससे वाहन सरपट दौर सके। नगर पंचायत की तमाम सड़कें जर्जरता और जलजमाव के चलते हादसों को जन्म दे रही है। सरोजा सीताराम सदर अस्पताल जाने वाली सड़क हो या फिर जगदीशनंदन सिंह द्वार सड़क, सोनापट्टी और वार्ड आठ समेत शहर की तमाम सड़कें बदहाल है। मुख्यालय स्थित सरोजा सीताराम सदर अस्पताल को जाने वाली सड़क जर्जर हो गई है। उबड़-खाबड़ एवं गड्ढे वाली सड़क पर कब कौन वाहन या एंबुलेंस दुर्घटना का शिकार हो जाए कहा नहीं जा सकता। लेकिन, इस अति महत्वपूर्ण सड़क की ओर किसी का ध्यान तक नहीं है। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शिशिर कुमार, अनिल कुमार व राकेश कुमार आदि बताते हैं कि बार-बार आवेदन के बावजूद सड़कों की मरम्मत की दिशा में पहल तक नहीं हो सकी है।

-----------------------------------------------------

नेशनल और स्टेट हाईवे भी बदहाल

शिवहर : शिवहर-सीतामढ़ी नेशनल हाईवे और शिवहर-मोतिहारी स्टेट हाईवे भी बदहाली का शिकार है। शिवहर-सीतामढ़ी नेशनल हाइवे संख्या 104 में डुब्बाघाट से लेकर धनकौल तक सड़क पगडंडी में तब्दील है। बारिश के चलते नदियों में आए उफान के बाद कोला पुल के पास इस हाईवे पर नाव चलती है। वहीं हाईवे कीचड़ में तब्दील नजर आता है। सीतामढ़ी से इसकी दूरी 22 किमी है, लेकिन सफर में दो से ढ़ाई घंटा लग जाता है। इस हाईवे के पमरा, धनकौल, कोला पुल, महनद पुल और डुब्बाघाट के पास पांच स्थानों पर पुल का निर्माण आधा-अधूरा है। ऐसे में यहां डायवर्सन के सहारे आवागमन हो रहा है। अब जबकि, विस चुनाव होना है, एकबार फिर हाईवे की बदहाली का मुद्दा उठने लगा है।

--------------------------------------------

स्टेट हाईवे का भी बुरा हाल

शिवहर-मुजफ्फरपुर और शिवहर-मोतिहारी स्टेट हाईवे का भी बुरा हाल है। शिवहर-मुजफ्फरपुर सड़क जर्जर हो चुका है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हादसों को जन्म दे रहे हैं। जबकि, शिवहर-मोतिहारी सड़क हल्की बारिश और बाढ़ के चलते कीचड़ में सन जाती है। सड़क जगह-जगह पर जर्जर हो चुकी है। बागमती में हल्की उफान के साथ ही इस पथ से आवागमन बंद हो जाता है।

chat bot
आपका साथी