नामांकन का भोज पड़ा महंगा, फंसी मुखिया प्रत्याशी की गर्दन

जिले के शिवहर प्रखंड के ताजपुर गांव में नामांकन बाद आयोजित भोज में ढाई सौ से अधिक लोगों के बीमार होने के मामले में मुखिया प्रत्याशी सह भूतपूर्व मुखिया अजय कुमार सिंह की गर्दन फंस गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 01:40 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 01:40 AM (IST)
नामांकन का भोज पड़ा महंगा, फंसी मुखिया प्रत्याशी की गर्दन
नामांकन का भोज पड़ा महंगा, फंसी मुखिया प्रत्याशी की गर्दन

शिवहर । जिले के शिवहर प्रखंड के ताजपुर गांव में नामांकन बाद आयोजित भोज में ढाई सौ से अधिक लोगों के बीमार होने के मामले में मुखिया प्रत्याशी सह भूतपूर्व मुखिया अजय कुमार सिंह की गर्दन फंस गई है। एसडीओ मो. इश्तियाक अली अंसारी के आदेश पर आदर्श आचार संहिता कोषांग के अधिकारी आनंद मोहन ने मुखिया प्रत्याशी अजय कुमार सिंह के खिलाफ नगर थाने में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसकी पुष्टि नगर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर रघुनाथ प्रसाद ने की है। उधर, एसडीओ मो. इश्तियाक अली अंसारी ने मामले को गंभीर बताया है। साथ ही सख्त कार्रवाई की की बात कही है। एसडीओ ने पूरे मामले की जांच कराने की भी बात कही हैं। बताते चलें कि, अजय कुमार सिंह ताजपुर पूर्व में ताजपुर पंचायत के मुखिया रह चुके हैं। इस बार वह फिर मैदान में हैं। बुधवार को उन्होंने नामांकन किया था। इस अवसर पर गांव में मछली-चावल का भोज किया था। खाना खाने के बाद ढाई सौ से अधिक लोग बीमार पड़ गए। जिनका सदर अस्पताल में इलाज किया गया। गुरुवार को मामले में मुखिया प्रत्याशी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। सीएस और चिकित्सकों ने रातभर इलाज कर बचाई 253 लोगों की जान

शिवहर प्रखंड के ताजपुर गांव में नामांकन बाद मुखिया प्रत्याशी द्वारा आयोजित भोज में मछली-चावल खाने के बाद बीमार हुए कुल 253 लोगों को इलाज बाद सरोजा सीताराम सदर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। बुधवार की रात एक बजे तक सदर अस्पताल में मरीज पहुंचते रहे और इलाज बाद स्वस्थ्य होकर घर लौटते रहे। गुरुवार की सुबह तक सभी मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके पूर्व पूरी रात सदर अस्पताल में अफरातफरी की स्थिति रही। मरीजों के अलावा स्वजनों की भीड़ से इलाका पटा रहा। नगर थाने की पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए माइकिग करनी पड़ी।

सीएस डा. आरपी सिंह ने बताया कि, पूरी रात मरीज अस्पताल में पहुंचते रहे। साथ ही सुबह होने तक इलाज बाद मरीजों को घर भेजा जाता रहा। चिकित्सक, कर्मी और एंबुलेंस रातभर एक्शन मोड में रहे। सीएस ने कहा कि, स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता से सैकड़ों की जान बच गई। बताया कि मामला फूड प्वाइजनिग का था। यह है मामला ::::

बुधवार को ताजपुर पंचायत के मुखिया प्रत्याशी अजय कुमार सिंह द्वारा नामांकन बाद भोज का आयोजन किया गया था। जिसमें गांव के सभी लोग शामिल हुए थे। मछली-चावल खाने के बाद सभी को पेट दर्द और उलटी होने लगी। वहीं लोग बेहोश होने लगे। एक के बाद एक मामला सामने आने के बाद गांव में हड़कंप मच गया। लोगों ने जैसे-तैसे बीमार लोगों को सदर अस्पताल पहुंचाया। रात साढ़े दस बजे तक सदर अस्पताल में 75 मरीजों को भर्ती किया गया। जबकि, 12 बजे तक मरीजों की संख्या 150 पहुंच गई। एक बजते-बजते आंकड़ा ढाई सौ के पार कर गया। मरीजों की भीड़ से अस्पताल में बेड कम हो गए। मरीजों को फर्श पर लिटाकर इलाज करना पड़ा। जबकि, चिकित्सक की कमी को देखते हुए सिविल सर्जन डॉ. आरपी सिंह संकटमोचक बनकर सामने आए। सीएस भी अन्य चिकित्सकों के साथ मरीजों का इलाज करते नजर आए। मरीज और स्वजन की भीड़ से अस्पताल में अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। सूचना के बाद डीएम सज्जन राजशेखर के निर्देश पर एडीएम शंभु शरण, एसडीओ मो. इश्तियाक अली अंसारी, एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय, शिवहर बीडीओ राकेश कुमार, थानाध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद समेत पुलिस प्रशासन की टीम सदर अस्पताल पहुंची। पूरी रात पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें सदर अस्पताल में तैनात रही। गुरुवार की सुबह शेष बचे लोगों को भी इलाज बाद मुक्त कर दिया गया।

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