कोरोना जांच में फर्जीवाड़ा मामले में चिकित्सक और अस्पताल प्रबंधक पर जुर्माना

शिवहर। कोरोना जांच में गड़बड़ी मामले में डीएम सज्जन राजशेखर ने पुरनहिया पीएचसी के तत्क

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 01:11 AM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 01:11 AM (IST)
कोरोना जांच में फर्जीवाड़ा मामले में चिकित्सक और अस्पताल प्रबंधक पर जुर्माना
कोरोना जांच में फर्जीवाड़ा मामले में चिकित्सक और अस्पताल प्रबंधक पर जुर्माना

शिवहर। कोरोना जांच में गड़बड़ी मामले में डीएम सज्जन राजशेखर ने पुरनहिया पीएचसी के तत्कालीन पीएचसी प्रभारी डॉ. त्रिलोकी शर्मा, अस्पताल प्रबंधक सुजीत कुमार और एक अन्य कर्मी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की। डीएम ने प्रत्येक फर्जी जांच पर पांच-पांच सौ रुपये की दर से जुर्माना लगाया है। इतना ही नहीं डीएम ने फर्जी जांच की संख्या का पता लगाने के लिए दोबारा मामले की जांच का आदेश दिया है। इसकी पुष्टि खुद डीएम ने की है। डीएम ने बताया कि मामले में कार्रवाई के लिए सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया है। डीएम की इस कार्रवाई से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। बताते चलें कि पुरनहिया पीएचसी में कोरोना जांच के नाम पर कागजी खानापूर्ति की गई। कागज पर ही कोरोना जांच दिखा दिया गया। और अपनी मर्जी से रिपोर्ट बना दी गई। फर्जी नाम, फर्जी पता और फर्जी मोबाइल नंबर दर्ज कर कोरोना का जांच दिखाया गया। जांच टीम को कोरोना की जांच कराने वाले लगभग 40 लोगों का कोई ट्रेस नहीं मिला। वहीं कुछ वैसे भी लोग मिले जिन्होंने कोरोना की जांच नहीं कराई। लेकिन, उनके नाम कोरोना जांच का उल्लेख किया गया है। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। सीएस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 13 फरवरी को पुरनहिया पीएचसी प्रभारी डॉ. त्रिलोकी शर्मा को पद से हटा दिया। जबकि, प्रभारी डीएम सह डीडीसी विशाल राज ने पीएचसी प्रभारी और अस्पताल प्रबंधक को तलब किया। जबकि, 14 फरवरी को सीएस ने पुरनहिया पीएचसी के लैब टेक्निशियन मो. मासूम अख्तर, फार्मासिस्ट अर्जुन कुशवाहा व एएनएम अमृत प्रिया को सेवा से बर्खास्त कर दिया था।

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