नवरात्र के दौरान हर हाल में विधि व्यवस्था का कराए पालन : डीएम
शिवहर। नवरात्र को लेकर सोमवार को समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में डीएम सज्जन राजशेखर और ए
शिवहर। नवरात्र को लेकर सोमवार को समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में डीएम सज्जन राजशेखर और एसपी डॉ. संजय भारती ने अधिकारियों के साथ बैठक की। साथ ही विधि व्यवस्था को लेकर कई निर्देश भी दिए। डीएम सज्जन राजशेखर ने कहा कि नवरात्र का पर्व शांति और सदभाव के साथ मनाया जाएगा। इसके लिए बड़ी संख्या में दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किए गए है। डीएम ने कहा कि कोरोना गाइडलाइन के तहत आयोजन किया जाएगा। हर हाल में 16 अक्टूबर को प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। प्रतिमा विसर्जन जुलूस में डीजे का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। किसी भी परिस्थिति में विवादित तालाब में प्रतिमा का विसर्जन नहीं होगा। विसर्जन के लिए जुलूस भी विवादित रूट से नहीं जाने दिया जाएगा। विसर्जन की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। डीएम ने थानाध्यक्षों को प्रतिनियुक्त दंडाधिकरियों व पुलिस पदाधिकारियों के साथ आपसी समन्वय स्थापित कर विधि व्यवस्था संधारण का निर्देश दिया। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों को अपने प्रतिनियुक्ति वाले इलाके की पूजा समितियों या आयोजन समितियों से संपर्क कर स्थिति से अवगत होने का निर्देश दिया गया। बीडीओ व थानाध्यक्ष को पूजा समिति के साथ समन्वय बनाने का निर्देश दिया गया। आयोजन समिति के स्वयंसेवकों को पहचान पत्र निर्गत करने का आदेश थानाध्यक्षों को दिया गया। बताया गया कि, पूजा पंडाल में महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग दीर्घा होगा। आग से बचाव के लिए पूजा पंडालों में पूजा समितियों को बालू रखने का निर्देश दिया गया। साथ ही अगलगी की आपदा पर काबू को जिला अग्निशमन पदाधिकारी को पूरी तैयारी का निर्देश दिया गया। वहीं एसपी डॉ. संजय भारती ने पूजा पंडालों व असामाजिक तत्वों पर नजर रखने का निर्देश दिया। मौके पर एडीएम शंभु शरण, डीपीआरओ कुमार विवेकानंद, एसडीओ मो. इश्तियाक अली अंसारी, एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय के अलावा सभी जिलास्तरीय पदाधिकारी, बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्ष मौजूद थे। बताते चलें कि, जिले के 109 स्थानों पर प्रतिमा की स्थापना कर दुर्गा पूजा किया जा रहा है। इसके तहत शिवहर थाना क्षेत्र में 28़, पुरनहिया में 14, पिपराही में 16, तरियानी में 18, श्यामपुर भटहा में 18, हिरम्मा में छह व तरियानी छपरा थाना क्षेत्र में नौ स्थानों पर प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की जा रही हैं।