पुरनहिया पीएचसी के लैब टेक्निशियन और फार्मासिस्ट समेत तीन कर्मी सेवा से बर्खास्त
शिवहर। कोरोना जांच में गड़बड़ी मामले में सिविल सर्जन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पुरनहिय
शिवहर। कोरोना जांच में गड़बड़ी मामले में सिविल सर्जन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पुरनहिया पीएचसी के लैब टेक्निशियन और फार्मासिस्ट समेत तीन कर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया हैं। बर्खास्त किए गए कर्मियों में लैब टेक्निशियन मो. मासूम अख्तर, फार्मासिस्ट अर्जुन कुशवाहा व एएनएम अमृत प्रिया शामिल है। पिछले दो दिनों से जारी कार्रवाई के चलते जिले के स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। सीएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि कोरोना जांच में लापरवाही और अनियमितता बरतने के मामले में पुरनहिया पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को हटाया गया था। वहीं पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और स्वास्थ्य प्रबंधक को स्पष्टीकरण जारी कर जवाब मांगा गया है। जबकि, मामले में लैब टेक्निशियन, फार्मासिस्ट और एएनएम की भूमिका सामने आने के बाद तीनों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है।
बताते चलें कि, पुरनहिया पीएचसी में कोरोना जांच के नाम पर कागजी खानापूर्ति की गई। कागज पर ही कोरोना जांच दिखा दिया गया। और अपनी मर्जी से रिपोर्ट बना दी गई। पाया गया कि, फर्जी नाम, फर्जी पता और फर्जी मोबाइल नंबर दर्ज कर कोरोना का जांच दिखाया गया। जांच टीम को कोरोना की जांच कराने वाले लगभग 40 लोगों का कोई ट्रेस नहीं मिला। वहीं कुछ वैसे भी लोग मिले जिन्होंने कोरोना की जांच नहीं कराई। लेकिन, उनके नाम कोरोना जांच का उल्लेख किया गया है। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। सीएस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीएचसी प्रभारी को पद से हटा दिया गया। जबकि, प्रभारी डीएम सह डीडीसी विशाल राज ने पीएचसी प्रभारी और अस्पताल प्रबंधक को तलब किया। इसी बीच रविवार को फार्मासिस्ट, लैब टेक्निशियन और एएनएम के खिलाफ कार्रवाई की गई है। तीनों संविदा के आधार पर तैनात किए गए थे।