न्यु क्षत्रिय संगठन का सरगना मुकेश सिंह शिवहर से गिरफ्तार
शिवहर। हत्या लूट रंगदारी और आर्म्स एक्ट समेत कई संगीन मामलों के आरोपी सह न्यु क्षत्रिय स
शिवहर। हत्या, लूट, रंगदारी और आर्म्स एक्ट समेत कई संगीन मामलों के आरोपी सह न्यु क्षत्रिय संगठन का सरगना मुकेश सिंह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। सीतामढ़ी नगर थाने की पुलिस ने पुरनहिया पुलिस के सहयोग से पुरनहिया थाना के हथिसार गांव स्थित घर पर छापेमारी कर मुकेश सिंह को दबोच लिया। इसके बाद पुलिस की टीम मुकेश सिंह को लेकर सीतामढ़ी रवाना हो गई। सीतामढ़ी पुलिस को लंबे समय से मुकेश सिंह की तलाश थी। हालांकि, वह फरार चल रहा था। इसी बीच टेक्नीकल सर्विलांस ने उसके मोबाइल का लोकेशन हथिसार गांव में पाया। इसके आधार पर सीतामढ़ी नगर थाने की पुलिस ने पुरनहिया पहुंचकर थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार गुप्ता व सशस्त्र बल के साथ छापेमारी कर मुकेश सिंह को दबोच लिया। बताते चलें कि, मुकेश सिंह पुरनहिया थाने के हथिसार का रहने वाला है। वह न्यु क्षत्रिय संगठन
नामक संगठन का अध्यक्ष है। मुकेश सिंह पर सीतामढ़ी जिले के मेजरगंज थाना के डुमरी में 20 जून 2016 को रंगदारी के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी के मुंशी धर्मवीर सिंह की हत्या व 20 अक्टूबर 2017 को सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर हाईवे पर गाढ़ा गांव के समीप दिनदहाड़े आर्म्स के बल पर मेसर्स डीपी सर्विस स्टेशन नामक पेट्रोल पम्प के कर्मियों से 6.64 लाख रुपये की लूट समेत कई संगीन मामले दर्ज है। 20 जून 2016 को रंगदारी के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी के मुंशी धर्मवीर सिंह की हत्या के बाद यह संगठन सामने आया था। इस संगठन का सरगना भाईजी नामक अपराधी था। जिसकी गैंगवार में हत्या के बाद मेजरगंज थाने के डुमरीकला निवासी अरूण कुमार सिंह ने गैंग की कमान थाम ली थी। नेपाल के सर्लाही से हुई अरूण की गिरफ्तारी के बाद केशव सिंह और फिर मुकेश सिंह ने संगठन की कमान थाम ली। मुकेश सिंह इस संगठन का सरगना बनकर अपने शागिर्दों की मदद से इलाके में ताबड़तोड़ वारदात को अंजाम देकर सनसनी फैला दी थी। अक्टूबर 2017 को सीतामढ़ी पुलिस ने डुमरा से मुकेश सिंह और उसके शागिर्द सुजीत कुमार ठाकुर को गिरफ्तार किया था। मुकेश सिंह कंस्ट्रक्शन कंपनी के मुंशी धर्मवीर सिंह की हत्या मामले में भी जेल जा चुका है। मुजफ्फरपुर जेल में रहने के दौरान उसने सीतामढ़ी और शिवहर के चार व्यवसायियों की हत्या की साजिश रची थी। साथ ही अपने शागिर्दों को आर्म्स और पर्चा उपलब्ध कराया था। इसका उद्भेदन एसटीएफ पटना की टीम ने किया था। साथ ही 30 अक्टूबर 2017 को एसटीएफ पटना की टीम ने सीतामढ़ी जिले के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर दो पिस्टल, कारतूस और चोरी की बाइक के साथ इस गैंग के सुजीत ठाकुर समेत चार बदमाशों को जेल भेजा था।