बाढ़ के पानी से घिरा बराही जगदीश गोट गांव

शिवहर। बागमती के बढ़ते जलस्तर का प्रभाव प्रखंड के बराही जगदीश गोट गांव पर देखा जा रहा। बीते दो दिनों में क्रमश करीब डेढ़ हजार की आबादी की बाढ़ के पानी से घिरती चली गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 01:20 AM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 06:11 AM (IST)
बाढ़ के पानी से घिरा बराही जगदीश गोट गांव
बाढ़ के पानी से घिरा बराही जगदीश गोट गांव

शिवहर। बागमती के बढ़ते जलस्तर का प्रभाव प्रखंड के बराही

जगदीश गोट गांव पर देखा जा रहा। बीते दो दिनों में क्रमश: करीब डेढ़ हजार

की आबादी की बाढ़ के पानी से घिरती चली गई है। स्थिति की विकटता को देखते

हुए जिला प्रशासन द्वारा नाव की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई ताकि लोग

आवश्यक कार्य के लिए आवाजाही कर सकें। की गयी है। दो दिनों से बाढ़ के पानी

से जद्दोजहद के बीच अभाव का जीवन बसर कर रहे प्रभावितों के लिए रविवार से

सामुदायिक किचन की व्यवस्था प्रशासनिक स्तर से की गई की गई। जहां वार्ड 12

के 664 एवं वार्ड 13 के 848 लोगों को दोनों शाम भोजन की व्यवस्था बनाई गई

है। संचालन की जिम्मेदारी विकास मित्र अनिल राम को दी गई वहीं देखरेख की

जवाबदेही स्थानीय मुखिया रामप्रवेश राम, पंसस मो.जलील एवं पूर्व पंसस

मो.फैयाज को दी गई है।मुखिया ने वहां पहुंचने वालों को साफ सफाई के साथ

करोना महामारी से बचाव के लिए जारी निर्देशों का सख्ती से पालन करने को

कहा।लोग भयभीत है। स्थानीय सरपंच चंदेश्वर सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावितों

को सामुदायिक रसोईघर में भोजन की व्यवस्था होने से काफी राहत मिली है। लोगों को सता रही पशुधन की चिता बाढ़

प्रभावितों के लिए अंचलाधिकारी द्वारा भले ही दो छोटे नावों की व्यवस्था

कर दी गई है। मो. जाहिद एवं रामस्नेही साह सहित चार नाविकों को लगाया गया

है। कितु बाढ़ से घिरे ग्रामीणों को पशुधन के चारे की है चिता सता रही।

खासकर दुधारू मवेशियों के लिए चारे की अनुपलब्धता समस्या बनी हुई है।

स्थानीय अजीत कुमार सिंह ने ग्रामीणों के लिए और अधिक सुविधा की मांग की

है।

सीओ धीरज कुमार ने बताया की वहां बाढ़ के

पानी से घिरे लोगों के लिए फौरी तौर पर सामुदायिक किचेन की व्यवस्था की

गई है। दो नाव एवं चार नाविकों की व्यवस्था कराई गई है। इसके अतिरिक्त

मेडिकल टीम की भी व्यवस्था की जा रही है।

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