महाशिवरात्रि पर जलभरी के साथ विविध धार्मिक अनुष्ठान प्रारंभ

छपरा। महाशिवरात्रि के मौके पर पूजा अर्चना के लिए मंदिरों व शिवालयों को भव्य तरीके से सजाया संवारा गया है। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए स्थानीय स्वयंसेवकों को लगाने की तैयारी की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Mar 2021 10:43 PM (IST) Updated:Wed, 10 Mar 2021 10:43 PM (IST)
महाशिवरात्रि पर जलभरी के साथ विविध धार्मिक अनुष्ठान प्रारंभ
महाशिवरात्रि पर जलभरी के साथ विविध धार्मिक अनुष्ठान प्रारंभ

छपरा। महाशिवरात्रि के मौके पर पूजा अर्चना के लिए मंदिरों व शिवालयों को भव्य तरीके से सजाया संवारा गया है। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए स्थानीय स्वयंसेवकों को लगाने की तैयारी की गई है। इस मौके आयोजित हो रहे यज्ञ एवं अष्टयाम को ले कलश यात्रा निकाल जलभरी की गई। महाशिवरात्रि की तैयारी को लेकर निकली कलश यात्रा

प्रखंड के पैगंबरपुर बुढिया माई शिव मंदिर प्रांगण से महाशिवरात्रि को लेकर कलश यात्रा का शुभारंभ किया गया। बुढिया माई शिव मंदिर से निकली कलश यात्रा में श्रद्धालु महिला पुरुष पदयात्रा कर पैगंबरपुर ठाकुरबाड़ी पहुंचे। जहां जलभरी कर चेतन छपरा नारायण टोला होते हुए कई गांव भ्रमण कर सभी यज्ञ स्थल पर पहुंचे। जय श्रीराम के जय घोष से गांव का माहौल भक्तिमय हो गया था । यज्ञ के आचार्य विवेकानंद महाराज ने बताया कि जलभरी के उपरांत हर वर्ष की भांति यज्ञ स्थल पर अखंड अष्टयाम का आयोजन किया जाएगा तथा हंनुमान मंदिर का शिलान्यास कर रुद्राअभिषेक किया जाएगा। जहां यज्ञ आयोजन के लिए जगदीश राय, अजीत प्रसाद, ओमप्रकाश, बरक राय, हरेराम प्रसाद, राजू राय, उप सरपंच पतिराम राय, विजय राय आदि को जिम्मेदारी दी गई है। विष्णु महायज्ञ सह प्राणप्रतिष्ठा अनुष्ठान को ले की गई धर्मध्वज की स्थापना

प्रखंड के विक्रम कैतुका गांव स्थित नव निर्मित मनोकामना सिद्धि पंचमुखी हनुमान मंदिर के प्रांगण में होने वाले नौ दिवसीय विष्णु महायज्ञ सह प्राण प्रतिष्ठा को ले मंदिर के प्रांगण में धर्मध्वज की स्थापना की गई। स्वामी पशुपति नाथ बाबा के शिष्य विदेशी बाबा की देखरेख में वाराणसी से आए आचार्य पंडित कमलेश मिश्रा एवं वेदांत अध्यक्ष पंडित विशाल उपाध्याय द्वारा किये गए पूजा पाठ एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सैकड़ों ग्रामीणों एवं धर्मावलंबी सज्जनों की उपस्थिति में यह कार्य संपन्न कराया । इस दौरान संत विदेशी बाबा ने बताया कि विश्व कल्याण एवं सामाजिक सद्भाव को ले होने वाले इस यज्ञ का शुभारंभ 17 मई वैसाख शुक्लपक्ष पंचमी सोमवार को जल यात्रा के साथ 18 मई को पंचांग पूजन एवं मंडप प्रवेश के साथ शरू होगा। जिसके 9 वे दिन 26 मई को पूर्णिमा के दिन प्राणप्रतिष्ठा के साथ यज्ञ की पूर्णाहुति होगी । धर्म ध्वज स्थापना के दौरान यजमान परशुराम शर्मा एवं इनका धर्म पत्नी सुधा देवी सहित सेवानिवृत जज दिनेश शर्मा,डॉ शियराम शर्मा,शिक्षक शिव पूजन शर्मा,अमर नाथ गुप्ता,रविद्र कुमार शर्मा,सुनील राय, राम नरेश राय, पुण्यकाल महतो, कामाख्या शर्मा,राजेश्वर शर्मा,दिनेश मांझी,दरोगा राय आदि मौजूद थे।

महाशिवरात्रि के मौके पर प्रखंड के विभिन्न शिवमंदिरों पर 24 घंटे के अखंड अष्टयाम को लेकर बुधवार को कलशयात्रा यात्रा निकाली गई। प्रखंड के करचोलिया स्थित शिवमंदिर पर जलभरी के लिए सुबह में ही सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। रंग बिरंगे परिधानों में सजे सैकड़ों श्रद्धालु माथे पर कलश लिए पृथ्वीपुर घाट पहुंचे । जहां वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंडक नदी में जलभरी की गयी। वहीं भोरहा मठिया शिवमंदिर से श्रद्धालु गाजे बाजे के साथ कोंध, रामपुररुद्र गांव होते हुए सारंगपुर डाकबंगला घाट पहुंचे एवं गंडक नदी से जलभरी की। इस दौरान ॐ नम: शिवाय एवं जय शिव,जय शिव जैसे जयकारे से पूरा वातावरण गूंजायमान हो रहा था।

महाशिवरात्रि पर्व के मौके पर आयोजित अखंड अष्टयाम को लेकर चकनूर स्थित बाबा गुप्तेश्वरनाथ मंदिर चकनूर से कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा मे सैकड़ों महिला व पुरूष शामिल रहें। कलश यात्रा बाबा गुप्तेश्वरनाथ मंदिर से शुरू होकर चकनुर, सैदपुर, बगहीं होते हुए आमी गंगा घाट पहुंच जलभरी कर वापस मंदिर पहुंची। जहां पंडित सुरेन्द्र मिश्रा ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कलश स्थापित कराया। इसके बाद वैदिक संकल्प के साथ हरे रामा, हरे रामा के मंत्रोच्चारण के साथ अखंड अष्टयाम शुरू हो गया। महाशिवरात्री को लेकर बाबा गुप्तेशवर मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है।

तरैया बाजार स्थित श्रीरामजानकी ठाकुरबाड़ी शिव मंदिर परिसर में महाशिवरात्रि के अवसर पर 24 घंटे का अखंड अष्टयाम को लेकर बुधवार को कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें 501 युवती व महिलाएं अपने पारंपरिक परिधान में यज्ञस्थल से गाजे बाजे के साथ जयकारा लगते हुए तरैया बाजार होते हुए शाहनेवाजपुर गांव स्थित टंगरिया बाबा के बगीचे में पहुंचे। वहां स्थित कुआ से मुन्ना तिवारी के वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ जलभरी की गई। इसके बाद जयघोष करते हुए यज्ञस्थल पर पहुंचे। जहां अखंड अष्टयाम के प्रारंभ होते ही वातावरण भक्तिमय हो गया। कलश यात्रा में आयोजक पंजाब के कपड़ा व्यवसायी तेजिदर सिंह के साथ पुजारी गणेश तिवारी,सिंहासन तिवारी,संतोष तिवारी,सुधांशु तिवारी,गुड्डू तिवारी व जितेंद्र सिंह कुशवाहा,दीनबंधु सिंह कुशवाहा,दिलीप राम,प्रेमचंद सिंह समेत सैकड़ों श्रद्धालु शामिल थे। वही शाहनेवाजपुर,नंदनपुर, गवन्द्री,डेवढ़ी,पोखड़ेरा,उसरी,शीतलपुर,पचौड़र,नारायणपुर गांव स्थित शिवालय में महाशिवरात्रि के अवसर पर कलश यात्रा के बाद अखंड अष्टयाम के शुरू हुआ है।

महाशिवरात्रि के मौके पर नयागांव एवं सोनपुर थाना क्षेत्र के मंदिरों को सजाया गया है। कई जगह अष्टयाम का आयोजन किया गया है। थाना के परिसर स्थित शिव मंदिर पर गुरुवार से होने वाले अखंड अष्टयाम के लिए नयागांव थाना के पुलिसकर्मियों तथा ग्रामीण श्रद्धालुओं द्वारा बुधवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें नयागांव थानाध्यक्ष अरविद कुमार, सुनील कुमार, बुझावन पासवान,वृजलाल महतो, चंदन सिंह, चंद्रिका मांझी, विकास कुमार,ओमनाथ कुमार,बाली हाजरा,नीरज कुमार,अजित सिंह,अख्तर अली मुन्ना,नीरज पाठक, कृष्णा सिंह, आदि शामिल थे। उधर सोनपुर प्रखंड के हस्ती टोला में आयोजित अष्टयाम यज्ञ की शुरुआत बुधवार की सुबह कलश यात्रा के साथ हुई। श्रद्धालु सबलपुर हस्ती टोला के भगवती स्थान से कचहरी बाजार ,चहारम होते हुए काली घाट से जल भरी कर पूजा स्थल पर आए। जहां हवन पूजन के साथ वैदिक मंत्रों उच्चारण के साथ अष्टयाम यज्ञ का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर रोहित कुमार,मनोज राय,चुनु राय, संकज राय, राकेश यादव, आजादी कुमार , सुनील साह, दिल्ली साह ,नंदेश्वर ठाकुर , बृजनंदन भगत शामिल हुए।

महाशिव रात्रि के मौके पर एकमा नगर पंचायत के हंसराजपुर रामजानकी मंदिर कुटिया के परिसर में शिव महपुराण कथा तथा महारुद्र यज्ञ को लेकर कलश यात्रा निकाली गई। यजमान बने शैलेंद़ सिंह, बच्चूलाल सिंह ने बताया कि यह यज्ञ आमजन के सहयोग से किया जा रहा है। हाथी घोडे, बैंड बाजों के साथ डुमाईगढ़ घाट पहुंच श्रद्धालुओं ने जलभरी की। 11 तारीख से 18 तारीख तक पांच विद्वान पंडितो के सहयोग से यज्ञ संचालित होगा। आतानगर पंचायत के बासदेव नगर,बेला गांव स्थित महेश्वरनाथ मंदिर परिसर में जन कल्याण हेतु सार्वजनिक अखंड अष्टयाम को लेकर कलश यात्रा निकाली गई। 251 कन्याओं व महिलाओं ने मंदिर परिसर स्थित तालाब से जल भरी की। वहीं माथे पर कलश लिए गाजे-बजे के साथ जुलूस निकाला गया जो गांव घूमते हुए यज्ञ स्थल पर पहुंचा। जहां अष्टयाम की शुरुआत हुआ। जुलूस में नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा श्रीराम, सीता, लक्ष्मण, भक्त हनुमान व अन्य देवी-देवताओं की झांकी आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। यजमान के रूप में संतोष प्रसाद तथा उनकी धर्मपत्नी मुन्नी देवी ने यज्ञ का संकल्प लिया। जुलूस का नेतृत्व सरपंच पति पूर्व सरपंच ब्रजभूषण सिंह, पूर्व मुखिया विजय सिंह, मीना देवी, पुतुल देवी, योगेंद्र सिंह, पवन सिंह, प्रमोद रावत, व्यास प्रसाद, अक्षय प्रसाद, शंकर सिंह, वकील राय, डॉ उपेंद्र सिंह ,संतोष सिंह व अन्य ने किया।

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