छपरा मंडलकारा में कैदियों के लिए कोविड टीकाकरण शुरू

जिले में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने तथा इसे बचाव को लेकर सकारात्मक पहल जिला प्रशासन की ओर से की जा रही है। अब जेल में बंद कैदियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गयी है। छपरा मंडलकारा में 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले कैदियों को कोविड-19 वैक्सीन का पहला डोज दिया गया। टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को प्रतिनियुक्त किया गया है। जेल के अंदर ही टीकाकरण केंद्र बनाया गया है। जहां पर टीकाकरण किया जा रहा है। छपरा जेल में 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के करीब 500 बंदी हैं जिनको कोविड-19 का टीका दिया जायेगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 04:46 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 04:46 PM (IST)
छपरा मंडलकारा में कैदियों के लिए कोविड टीकाकरण शुरू
छपरा मंडलकारा में कैदियों के लिए कोविड टीकाकरण शुरू

सारण। जिले में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने तथा इसे बचाव को लेकर सकारात्मक पहल जिला प्रशासन की ओर से की जा रही है। अब जेल में बंद कैदियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गयी है। छपरा मंडलकारा में 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले कैदियों को कोविड-19 वैक्सीन का पहला डोज दिया गया। टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को प्रतिनियुक्त किया गया है। जेल के अंदर ही टीकाकरण केंद्र बनाया गया है। जहां पर टीकाकरण किया जा रहा है। छपरा जेल में 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के करीब 500 बंदी हैं, जिनको कोविड-19 का टीका दिया जायेगा। टीकाकरण के लिए कैदियों को सरकार की ओर से जेल आइडी उपलब्ध कराया गया है। उसके आधार पर टीकाकरण किया जा रहा है। करीब 200 कैदियों के पास आधार कार्ड भी उपलब्ध है। जिनके पास आधार कार्ड नहीं है उनका जेल आइडी के माध्यम से टीकाकरण किया जा रहा है।

जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि स्वास्थ विभाग और जिला प्रशासन के समन्वय से बंदियों की स्वास्थ्य जांच के बाद उनको टीका देने का कार्य हो रहा है।

जिलाधिकारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में जिदगी बचाने की चुनौती के बीच वैक्सीन हथियार बन सहारा दे रही है। वैक्सीन से प्रतिरक्षित लोगों में गंभीर संक्रमण की आशंका काफी कम है। टीका लगवाने से कोरोना से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। शरीर में कोरोना वायरस के लिए एंटीबॉडी तैयार होता हैं। संक्रमित होने की आशंका कम हो जाएगी। अगर संक्रमण हो भी जाएगा तो गंभीर स्थिति में नहीं पहुंचेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि टीका दो डोज में पूरा किया जाएगा। सभी लाभार्थियों को दोनों डोज लेना अनिवार्य है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोविड-19 का टीकाकरण कारगर हथियार साबित हो रहा है। वैक्सीन के दोनों डोज लेने के करीब 4 सप्ताह बाद कोविड-19 के खिलाफ शरीर में प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। ऐसे में टीका लेने के बाद भी सावधानी बरतनी अति आवश्यक है। पहला डोज लेने के बाद समय अंतराल पूरा होने पर दूसरा डोज भी अवश्य लें। तभी आप खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकेंगे।

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