सारण में नींव रखने के बाद भी नहीं बन सका ट्रामा सेंटर

छपरा सदर अस्पताल परिसर में करीब 18 साल पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री ने ट्रामा सेंटर की नींव रखी थी। आज तक इसका निर्माण शुरू नहीं हो सका है। सड़क दुर्घटनाओं में जख्मी लोगों की हमेशा जान चली जाती है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 04:46 PM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 04:46 PM (IST)
सारण में नींव रखने के बाद भी नहीं बन सका ट्रामा सेंटर
सारण में नींव रखने के बाद भी नहीं बन सका ट्रामा सेंटर

जागरण संवाददाता, छपरा : छपरा सदर अस्पताल परिसर में करीब 18 साल पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्रामा सेंटर निर्माण के लिए शिलान्यास किया था। आज तक इसका निर्माण नहीं हो सका। वहां एक ईंट भी नहीं रखी जा सकी। वहां लगा शिलापट्ट भी अब उखड़ गया है। शिलान्यास के बाद बजट न मिलने के कारण काम ही नहीं शुरू हो सका। इससे लोगों की उम्मीदों को करारा झटका लगा है। शुरुआती दिनों में स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता व रोगी कल्याण समिति के सदस्यों ने ट्रामा सेंटर के निर्माण के लिए शुरुआती कुछ सालों तक आवाज बुलंद की, लेकिन धीरे-धीरे यह मांग भी ठंड पड़ गई।

एनएच पर तेज रफ्तार वाहन से लोग हो रहे जख्मी

सारण जिले से गुजरने वाली राष्ट्रीय राज्यमार्ग पर तेज रफ्तार वाहनों की चपेट में आकर लोग घायल हो जाते हैं। ज्यादातर लोगों को उपचार के लिए प्राथमिक चिकित्सा के बाद पटना भेजा जाता है। सड़क दुर्घटना में जख्मी लोगों में अधिकांश का समय पर बेहतर उपचार नहीं होने से पटना जाने के क्रम में रास्ते में ही मौत हो जाती है। सदर अस्पताल में ट्रामा सेंटर होता तो सड़क दुर्घटना में जख्मी अधिकांश लोगों की जान बचाई जा सकती थी। छपरा सदर अस्पताल में ट्रामा सेंटर बनने से छपरा, सिवान एवं गोपालगंज में सड़क दुर्घटना में जख्मी लोगों को फायदा होगा। सड़क दुर्घटना में जख्मी लोगों का ट्रामा सेंटर में बेहतर उपचार हो सकता है। उनकी जान बच सकती है, लेकिन ट्रामा सेंटर नहीं होने से जख्मी का समय रहते बेहतर उपचार नहीं हो पा रहा है। इससे आए दिन सड़क दुर्घटना में जख्मी लोगों की मौत हो जा रही है।

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ट्रामा सेंटर में मिलने वाली सुविधाएं

- पाइप लाइन से आक्सीजन

- सीटी स्कैन व डिजिटल एक्सरे

- सशक्सन मशीन व आधुनिक मानीटर

- हड्डी रोगियों के लिए प्लास्टर रूम

- अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एंबुलेंस ---------------

इनकी होती है तैनाती :

-न्यूरो सर्जन

-आर्थोपैडिक चिकित्सक

-ओटी तकनीशियन

-लैब तकनीशियन

-ईएमओ

-एनेस्थिसिया चिकित्सक

- स्टाफ नर्स व नर्स

- मल्टी पर्पस वर्कर

- एक्सरे टेक्नीशियन

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सदर अस्पताल में ट्रामा सेंटर बनाने को लेकर चर्चा हो रही है। पूर्व में विभाग से पत्राचार किया गया होगा। संचिका को देखेंगे, ताकि यहां ट्रामा सेंटर खुल सकें।

डा. जनार्दन प्रसाद सुकुमार, सिविल सर्जन, छपरा --------------

उदासीनता

- छपरा सदर अस्पताल परिसर में ट्रामा सेंटर निर्माण को ले केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था शिलान्यास

-ट्रामा सेंटर नहीं होने से सड़क दुर्घटना में जख्मी लोग उपचार के अभाव में तोड़ देते हैं दम

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