छपरा में आरपीएफ की मेरी सहेली ने महिला यात्रियों को दिए सुझाव के बीच चलाया अभियान

पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन पर ट्रेनों में अकेली महिला यात्रियों को मेरी सहेली ने मिलकर सुरक्षित सफर बनाने के लिए सोमवार को आवश्यक सुझाव दिया। रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि रेल यात्रियों को सुरक्षित एवं संरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना रेल प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 09 Nov 2020 10:26 PM (IST) Updated:Mon, 09 Nov 2020 10:26 PM (IST)
छपरा में आरपीएफ की मेरी सहेली ने महिला यात्रियों को दिए सुझाव के बीच चलाया अभियान
छपरा में आरपीएफ की मेरी सहेली ने महिला यात्रियों को दिए सुझाव के बीच चलाया अभियान

जासं, छपरा : पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन पर ट्रेनों में अकेली महिला यात्रियों को ''मेरी सहेली'' ने मिलकर सुरक्षित सफर बनाने के लिए सोमवार को आवश्यक सुझाव दिया। रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि रेल यात्रियों को सुरक्षित एवं संरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना रेल प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि ट्रेनों में महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण संकल्प ''मेरी सहेली'' अभियान शुरू किया गया है और महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। छपरा जंक्शन एवं अन्य प्रमुख स्टेशनों पर महिला यात्रियों विशेषकर अकेली यात्रा कर रही महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए 20 अक्टूबर से 'मेरी सहेली' अभियान प्रारम्भ किया गया। इस अभियान के तहत प्रमुख स्टेशनों पर आरपीएफ की महिला सदस्यों की गठित टीम ट्रेन में यात्रा कर रही महिला यात्रियों विशेषकर अकेली यात्रा कर रही महिला यात्रियों से सम्पर्क कर उन्हें आश्वस्त करती हैं कि वे रेल यात्रा के दौरान पूरी तरह से सुरक्षित हैं। इस अभियान का उद्देश्य महिला यात्रियों में सुरक्षा की भावना जागृत करना है, जिससे वे गन्तव्य तक अपने को सुरक्षित महसूस कर सकें। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान सुरक्षा सम्बन्धी किसी भी समस्या के समाधान के लिए सुरक्षा हेल्प लाइन-182 के बारे में उन्हें कार्ड, पैम्फलेट देकर जागरूक किया जा रहा है। इन कार्ड या पैम्फलेट को महिला यात्रियों को दिये जाने से ट्रेन में यात्रा कर रहे अन्य यात्री भी आरपीएफ की इस कार्रवाई से सतर्क हो जाते हैं कि आरपीएफ की नजर सभी पर भी है, जिससे वे कोई भी अवांछनीय कार्य करने से डरते हैं। यात्रा के दौरान सुरक्षा हेल्प लाइन 182 डायल करने पर अगले स्टेशन अथवा ट्रेन में चल रहे स्कोर्ट पार्टी के द्वारा तुरन्त सहायता उपलब्ध कराई जाती है। आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए प्रारम्भिक स्टेशन पर गूगल शीट में महिला यात्रियों का विवरण दर्ज किया जाता है, जिसके अनुसार यात्रा के दौरान महिला यात्रियों से सम्पर्क कर सुरक्षा हेल्प लाइन के बारे में जागरूक किया जाता है।

उन्होंने बताया कि 20 अक्टूबर से 08 नवम्बर तक कुल 596 ट्रेनों में 661 महिला आरपीएफ कर्मियों ने 3689 महिला यात्रियों को अटेन्ड किया । 08 नवम्बर तक सुरक्षा हेल्प लाइन नम्बर 182 से सुरक्षा सम्बन्धी 121 मामले प्राप्त हुये, जिन पर त्वरित कार्रवाई किया गया ।

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