पूर्व मंत्री के निरीक्षण के बाद भी कामकाज में सुधार नहीं

पूर्व मंत्री के निरीक्षण के बाद भ्भी रेफरल अस्पताल की स्थिति खराब है। यहां कर्मियों के लेटलतीफ आने से सिलसिला शुरू है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 05:28 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 05:28 PM (IST)
पूर्व मंत्री के निरीक्षण के बाद भी कामकाज में सुधार नहीं
पूर्व मंत्री के निरीक्षण के बाद भी कामकाज में सुधार नहीं

रेफरल अस्पताल

- बिना मास्क के ही काम करते दिखे कई स्वास्थ्यकर्मी

- बिना सूचना के गायब रहे तीन चिकित्सक, सीएस ने हाजिरी काट दी चेतावनी

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विपिन कुमार मिश्रा, मढ़ौरा (सारण): पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के निरीक्षण और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर प्रहार करने के बावजूद भी अस्पताल प्रबंधन पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है। लेट लतीफी करना कर्मियों की आदत सी हो गई है। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री के निरीक्षण के दूसरे दिन दैनिक जागरण की टीम ने मढ़ौरा रेफरल अस्पताल का जायजा लिया।

अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक सुबह आठ बजे से अस्पताल में मौजूद थे। कोविड वैक्सीनेशन का प्लान और एएनएम की टीम बनाकर उन्हें कोविड सेंटर तक पहुंचाने में व्यस्त दिखे। लेकिन अस्पताल कीओपीडी में इलाज कराने पहुंचे कुछ लोग चिकित्सक के मौजूद रहने के बावजूद भी इलाज कराने में मजबूर दिखे। सुबह से अपने समयानुसार ओपीडी में डा चंद्रदेव प्रसाद शेखर बैठे थे। पर्चा बनाने वाला काउंटर 9:55 तक बंद रहने का कारण ओपीडी के मरीज इधर-इधर घूमते रहे। 10:30 बजे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी पहुंचे। वहीं ओपीडी में 11:15 बजे में पहुंची डा नीतू कुमारी ने बताया कि वह 11 बजे ही आयी है । लेकिन बरसात की वजह से गाड़ी में ही बैठी थी। ओपीडी में अस्पताल के सभी एमबीबीएस और एक डेंटिस्ट चिकित्सक की ड्यूटी है। लेकिन इन दोनों डाक्टरों के अलावा कोई अन्य नहीं आए थे।

मास्क ही पहला टास्क का नारा देने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मी इतने लापरवाह दिखे कि मरीजों के लिये पर्ची काटने वाले आपरेटर सुकेश कुमार राम, दवा वितरण करने वाले कर्मी और डाटा आपरेटर ये सभी लोग लेट लतीफ ड्यूटी पर आने के बाद भी बिना मास्क के ड्यूटी करते नजर आए। जबकि कई सरकारी संस्थाओं सहित अन्य माध्यमों से प्रतिदिन यह बताया जा रहा है कि मास्क लगाएं। लेकिन अस्पताल कर्मी ही मास्क को लेकर लापरवाह दिख रहें । दवा काउंटर पर स्वास्थ्य कर्मी की अनुपस्थिति के कारण अस्पताल का गार्ड ही मरीजों को दवा दे रहा था। इतनी बड़ी लापरवाहियों के बाद भी एक सुकून था कि इस अस्पताल में एंटीरैबीज के अलावा स्नेक बाइट के शिकार लोगों के लिए सूई मौजूद है। झमाझम बारिश के बीच टीकाकरण का हाल देखने पहुंचे सिविल सर्जन डॉ जेपी सुकुमार 12 बजे मढौरा रेफरल अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने टीकाकरण और कोविड जांच का जायजा लिया। साथ ही अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रखंड में हो रहे टीकाकरण का हाल जाना। -------------------

सीएस ने मढ़ौरा रेफरल अस्पताल का किया निरीक्षण, तीन डाक्टरों की काटी हाजिरी

फोटो 16 सीपीआर 3

संसू, मढ़ौरा (सारण): सिविल सर्जन डा जेपी सुकुमार ने बुधवार को मढौरा रेफरल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अनुपस्थित पाए गए सात में से तीन चिकित्सकों डा. गायत्री कुमारी, डा कृष्ण चंद्रा, डा शबाना अंसारी की हाजिरी काट दिए। बुधवार को प्रखंड के दस जगहों पर चलाये जा रहे मेगा टीकाकरण शिविर की जांच के दौरान रेफरल अस्पताल पहुंचे सीएस ने रजिस्ट्रेशन काउंटर, ओपीडी कक्ष, टीकाकरण काउंटर, कोरोना जांच कक्ष का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल के चिकित्सक एवं कर्मियों की हाजिरी पंजी का अवलोकन कर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा आरएन तिवारी को निर्देश दिया कि कोई चिकित्सक बैठेगा नहीं। ओपीडी में कार्यरत चिकित्सक के अलावे अन्य चिकित्सकों को फील्ड में चिकित्सा कार्य हेतु प्रतिनियुक्त किया जाएगा। उन्होंने बुधवार को दो चिकित्सकों को वैक्सीन शिविर में पर्यवेक्षण व अनुश्रवण के लिए भेजा ताकि शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल हो सके । रेफरल अस्पताल में दंत चिकित्सक व उपकरण होने के बाद भी इलाज नहीं होने की जानकारी मिलने पर दंत चिकित्सक नीतू शर्मा को कड़ी फटकार लगाते हुए दंत रोगियों के इलाज करने का निर्देश दिया। बताया गया कि अपनी प्रतिनियुक्ति अवधि दो साल में उक्त दंत चिकित्सक ने सिर्फ एक दर्जन दंत रोगी का इलाज किया है। मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा आरएन तिवारी, डा वीरेश कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक सुशील कुमार गौतम, डाटा आपरेटर प्रिस कुमार, बीसीएम आलोक कुमार, विश्वजीत कुमार, अनिल कुमार, सुकेश कुमार आदि मौजूद थे।

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