मढ़ौरा में मेला रोड से अगहरा पोखरा तक सड़क जर्जर
मढौरा प्रखंड क्षेत्र के गौरा मेला से अगहरा पोखरा की तरफ आने वाली सड़क जर्जर है। बारिश के बाद सड़क झील में बदल जाती है। लोगों का चलना मुश्किल हो जाता है।
संवाद सूत्र, मढ़ौरा (सारण): मढौरा प्रखंड क्षेत्र के गौरा मेला से अगहरा पोखरा की तरफ आने जाने वाली मुख्य सड़क तकरीबन डेढ़ किलोमीटर तक वर्षों से बदहाल है। इस सड़क की स्थिति ऐसी है कि हल्की बरसात में भी यह सड़क कई जगहों पर झील में तब्दील हो जाती है। क्योंकि यह सड़क जगह जगह गड्ढे में तब्दील हो गया है। इससे आम तौर पर ग्रामीण इस सड़क से बचने और थोड़ी दूरी तय करते हुए गौरा मुख्य बाजार से होकर गुजरने को मजबूर है। इस सड़क की स्थिति जितनी खराब है, उतनी बदहाल सड़के मढौरा विधानसभा के किसी भी क्षेत्र में नही है। इस ग्रामीण क्षेत्र के सड़क की बदहाली के पीछे एक कारण यह भी है कि इस सड़क का निर्माण ग्रामीण क्षेत्रों की मापदंड के अनुसार किया गया था। लेकिन मढौरा में डीजल रेल इंजन फैक्ट्री के निर्माण के साथ ही अन्य सामानों से लोडेड भारी वाहन भी गौरा मेला के रास्ते इसी मार्ग से आने जाने लगी हैं। इससे यह सड़क पांच वर्षों से धीरे धीरे टूटते टूटते अब बिल्कुल ही बदहाल हो गया है। कई जगह तो इस सड़क में लगा साइफन भी टूट गया है। क्षेत्र के कई गांव तेजपुरवा, चन्दा, अगहरा , शेरपुर, तेनुआ, सलिमापुर, नेथूआ आदि दर्जनों क्षेत्रों के लोगों के लिये छपरा या अन्य जगह जाने के लिये यह सुलभ मार्ग है। इस मुख्य सड़क के किनारे गौरा पंचायत के वार्ड संख्या चार, तेरह और चौदह में एक तरफ बरसात के पानी से जलजमाव को लेकर कई बार ग्रामीणों द्वारा सड़क को काटकर पानी को दूसरी साइड निकाला गया। इसको देखते हुए स्थानीय मुखिया सुरेन्द्र प्रसाद ने उन जगहों पर ईंट के टुकड़े और मिट्टी डलवाकर इसे चलने लायक बनावाया।
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यह सड़क इस पंचायत से ज्यादा बाहरी राहगीरों के लिये काफी महत्वपूर्ण है। इसका निर्माण जल्द होना चाहिये, और इसे काफी मजबूत भी बनाना चाहिये, क्योंकि अब इस सड़क पर भारी वाहनों का आना जाना लगा रहता है।
रमेश राय --------------
जबसे इस सड़क मार्ग से भारी वाहनों का आना जाना शुरू हुआ, तब से यह धीरे धीरे टूटते टूटते अब बिल्कुल ही जर्जर हो गया है। इसका जल्द निर्माण होनीा चाहिये।
राजीव कुमार
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यह सड़क काफी बदहाल है। लोगों को आने में परेशानी होती है। इस सड़क के किनारे जलजमाव से मुक्ति के लिये दो जगहों पर चार साइफन और ईट मिट्टी डलवाकर चलने लायक किया गया। इसके निर्माण के लिये विधायक से बात हुई है, उन्होंने जल्द ही बनवाने का भरोसा दिया है। सुरेन्द्र प्रसाद मुखिया गौरा क्या कहते है विधायक
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यह ग्रामीण सड़क के मापदंड पर सड़क बनी हुई थी। जितना इस सड़क की लोड कैप्सिटी थी, उससे ज्यादा भारी वाहनों के आवागमन के चलते यह सड़क समय से पहले ही टूट गई । जो पांच वर्ष इसके रखरखाव की समय सीमा थी, उस समय सीमा के बीच इसे बनाने की प्रक्रिया नही हो पाई। अब उसकीा समय पूरा हो चुका है। इसके साथ ही इस सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही इस सड़क का निर्माण होगा और सभी लोगों को इस मार्ग से आने जाने में सहूलियत होगी। जितेंद्र कुमार राय, विधायक