23 वर्ष पूर्व शहीद विष्णु के सम्मान में किए गए वादे आज तक नहीं हुए पूरे

सारण आज से ठीक 23 वर्ष पूर्व भारत-पाक सीमा पर विषम परिस्थिति में भी बहादुरी एवं पराक्रम क

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 11:24 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 11:24 PM (IST)
23 वर्ष पूर्व शहीद विष्णु के सम्मान में किए गए वादे आज तक नहीं हुए पूरे
23 वर्ष पूर्व शहीद विष्णु के सम्मान में किए गए वादे आज तक नहीं हुए पूरे

सारण : आज से ठीक 23 वर्ष पूर्व भारत-पाक सीमा पर विषम परिस्थिति में भी बहादुरी एवं पराक्रम के साथ अपनी जान कुर्बान करने वाले सारण जिले के मकेर प्रखंड के बथुई गांव के वीर सपूत विष्णु राय की शहादत पर तत्कालीन सरकार ने अपनी कोरी घोषणाओं से ही शहादत दी थी। इसकी टिस शहीद की पत्नी एवं बच्चों को आज भी है। शहीद विष्णु के नाम पर महज एक पेट्रोल पंप मिला। पैसे के अभाव में पंप बंद होने के कगार पर आया तो स्वजनों ने उसे लीज पर दे दिया। 60 दिन तक चला था कारगिल का युद्ध

वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध दो महीने तक लड़ा गया। इसमें दुश्मनों को फतह करने में हमारे देश के 527 जवानों ने शहादत दी थी। अंत मे 26 जुलाई 1999 को युद्ध समाप्ति की घोषणा हुई। इसके उपलक्ष्य में 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। इसमें वीरता के साथ लड़ते हुए भारत मां के आन बान एवं शान के लिए अपनी जान देने वाले 527 जवानों में मकेर प्रखंड के बथुई गांव के लाल विष्णु राय शामिल थे।

पार्थिव शरीर गांव आते ही अंतिम दर्शन को उमड़ी थी भारी भीड़

शहीद विष्णु राय का पार्थिव शरीर जैसे ही मकेर पहुंचा उनके अंतिम दर्शन को हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उनके घर पर उमड़ पड़ी थी। शहीद के प्रति लोगों का स्नेह व सम्मान से मकेर के लोगों का सीना चौड़ा हो गया था। इस मौके पर बड़े बड़े नेता एवं राजनेता के साथ बिहार सरकार के मंत्री भी शहीद जवान को श्रंद्धाजलि देने पहुंचे थे। इस मौके पर कई लंबी चौड़ी घोषणाएं की, लेकिन तत्कालीन बिहार सरकार द्वार किए गए एक भी घोषणा आज 23 वर्ष बाद भी पूरे नहीं हुए। इसका मलाल आज भी शहीद की विधवा सुशीला देवी एवं स्वजनों को है।

पटना में किराया के मकान में रहता है शहीद का परिवार

शहीद विष्णु राय की पत्नी सुशील देवी अपने एक पुत्र रवीश राज एवं पुत्री पूनम कुमारी के साथ पटना में किराए के मकान में रहती हैं। पुत्र इंजीनियरिग की पढ़ाई कर प्राइवेट नौकरी करता है। वहीं पुत्री पूनम इस वर्ष बीबीए की परीक्षा दे रही हैं। राजेंद्र विद्या मंदिर मकेर के छात्र थे विष्णु इसलिए प्रधानाध्याक ने विद्यालय में बनवाया उनका स्मारक शहीद विष्णु राय अपने छात्र जीवन में दसवीं तक की पढ़ाई राजेन्द्र विद्या मंदिर मकेर से की। इसपर इस विद्यालय के प्रधानाध्यापक अपने शहीद छात्र की याद में विद्यालय परिसर में छात्र का स्मारक बनवाए एवं श्रद्धांजलि दी। वहां प्रति वर्ष मकेर के प्रबुद्ध लोगों द्वारा कारगिल दिवस पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद विष्णु को याद किया जाता है।

क्या कहती हैं शहीद की पत्नी

शहीद विष्णु राय की पत्नी सुशील देवी आज भी 1999 की बात याद कर कांप जाती है और कहती हैं कि पति की शहादत का और सरकार की घोषणा के अब 23 वर्ष बीत चुके लेकिन कोई वादा पूरा नहीं हुआ। अब तो कोई यह पूछने वाला भी नही है कि हमलोग किस हाल में हैं। सिर्फ कारगिल दिवस पर मीडिया वालों का फोन आता है, जिससे पुरानी घोषणाएं याद आ जाती है। इससे पीड़ा गहरी हो जाती है।

क्या हुई थी घोषणाएं जो पूरी नहीं हुई

-पटना में मकान बनाने के लिए जमीन दिलाने की बात

-बथुई गांव का नाम शहीद विष्णु राय के नाम पर करने

-मकेर से बथुई जाने वाली सड़क को शहीद विष्णु राय पथ करने

- मकेर महावीर चौक पर शहीद विष्णु राय का प्रतिमा लगाना एवं चौक का नाम का कारगिल चौक करना सहित कई घोषणाएं की गई थी जिसमें एक भी आज तक पूरा नहीं हुआ

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