एसआइटी के दारोगा हत्याकांड के मुख्य आरोपी सुबोध सिंह ने किया आत्मसमर्पण
छपरा। सारण जिला के मढ़ौरा में एसआइटी के दारोगा मिथिलेश कुमार साह तथा सिपाही फारूक अली की हत्या के मामले में लंबे समय से फरार मुख्य आरोपी सुबोध सिंह ने न्यायालय में सोमवार को आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने के बाद न्यायालय के आदेश पर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
छपरा। सारण जिला के मढ़ौरा में एसआइटी के दारोगा मिथिलेश कुमार साह तथा सिपाही फारूक अली की हत्या के मामले में लंबे समय से फरार मुख्य आरोपी सुबोध सिंह ने न्यायालय में सोमवार को आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने के बाद न्यायालय के आदेश पर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। बताया जाता है कि 20 अगस्त 2019 को मढ़ौरा थाना क्षेत्र के स्टेट बैंक के पास एसआइटी के दारोगा मिथिलेश कुमार साह तथा सिपाही फारूक अली को अपराधियों ने गोलियों से भून डाला था। इस मामले में सुबोध सिंह मुख्य को मुख्य आरोपित करते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी। वे सारण जिला परिषद के अध्यक्ष मीणा अरूण के जेठ का पुत्र है। इस मामले में मीना अरुण तथा उनके पति पूर्व मुखिया अरुण कुमार सिंह भी नामजद आरोपी हैं। मामले में नामजद अन्य सभी आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें जिला परिषद अध्यक्ष तथा उनके पति समेत कई अन्य आरोपी जमानत पर हैं । सुबोध सिंह की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण कुर्की जब्ती की भी कार्रवाई पुलिस कर चुकी है। इसी माह में पुलिस ने एसआइटी के दारोगा तथा सिपाही हत्या मामले में प्रयुक्त एके-47 बरामद किया था। इस मामले में छपरा मंडल कारा में बंद दो आरोपियों को रिमांड पर लेकर पुलिस ने पूछताछ की थी और उनके निशानदेही पर एके-47 समेत अन्य हथियार बरामद किए गए थे। पुलिस कप्तान संतोष कुमार ने बताया कि सिपाही-दारोगा हत्या कांड में उनके द्वारा जेल में बंद विवेक कुमार सिंह एवं रोहित कुमार सिंह को रिमांड पर लिया गया था। उनसे पूछताछ के दौरान रोहित के स्वीकारोक्ति बयान पर रोहित के घर तरैया थाना क्षेत्र के गलिमापुर गांव में छापेमारी की गई तो वहां से पुलिस की हत्या के बाद उनसे लूटी गई एके-47 एवं एक पिस्टल को भी बरामद किया जा चुका है। एसआइटी टीम को दोनों तरफ से घेरकर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिग की थी जिसमें दारोगा व सिपाही की जान गई थी। एसआइटी के दारोगा मिथलेश कुमार एवं सिपाही फारूख 20 अगस्त की देर शाम मढ़ौरा किसी अभियुक्त की गिरफ्तारी को लेकर टीम के साथ बोलेरो वाहन से गये थे। वे जैसे ही मढ़ौरा थाना क्षेत्र स्थित एलआइसी चौक के पास पहुंचे कि अपराधियों ने उनके वाहन को ओवरटेक कर दोनों तरफ से घेर लिया और पुलिस वाहन पर ताबड़तोड़ फायरिग शुरू कर दी। उस दौरान जबतक पुलिस कुछ समझ पाती तब तक एसआइटी के दारोगा मिथलेश कुमार एवं सिपाही फारूख की मौत हो गई थी।