चर्चा के बाद ही जेपीयू में शोध के प्रस्तावों पर होगा हस्ताक्षर

जेपीयू में करीब 10 महीनों बाद स्नातकोत्तर गवेषणा परिषद् की बैठक हुई। जेपीयू में होने वाले शोध पर चर्चा की गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 06:49 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 06:49 PM (IST)
चर्चा के बाद ही जेपीयू में शोध के प्रस्तावों पर होगा हस्ताक्षर
चर्चा के बाद ही जेपीयू में शोध के प्रस्तावों पर होगा हस्ताक्षर

जागरण संवाददाता, छपरा : जेपीयू में करीब 10 महीनों बाद स्नातकोत्तर गवेषणा परिषद् (पीजीआरसी/पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च काउंसिल) की बैठक शुक्रवार को हुई। सीनेट हाल में हो रही बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. (डा.) फारूक अली ने की। इसमें विभिन्न विषयों में करीब 50 से अधिक सिनोप्सिस (शोध पारूप) पर विस्तार से चर्चा की गई। उसमें कई शोध प्रारूप को बदलने का निर्देश दिया गया। कुलपति ने ओएसडी को निर्देश दिया कि उनके पास शोध प्रारूप का प्रस्ताव आए तो शोधार्थी व सुरपवाइजर से चर्चा के बाद ही वे ही हस्ताक्षर करेंगे। गणित के छात्र के शोध प्रस्ताव पर लगी रोक

गणित के प्राध्यापक डा. संतोष कुमार के शोधार्थी धीरज कुमार के टापिक सम कंट्रिब्यूसन इन मैथेमेट्रिक्स (गणित में इनके कुछ योगदान) पर चर्चा के बाद शोध प्रस्ताव को रोक दिया गया है, क्योंकि गणित के हेड यह नहीं बता सके कि सम क्या होगा। कुलपति ने कहा कि अब सभी विषयों के पीजी विभागाध्यक्षों को शोध प्रस्ताव को पढ़ाकर अनुमोदित कराएंगे। वे अपने विषय के शोध प्रस्ताव को पहले पढ़कर समझ कर पीजीआरसी में आएं।

दो प्रध्यापकों के शोध प्रस्ताव संतोषजनक नहीं

गोपेश्वर कालेज हथुआ कालेज के रसायन शास्त्र विभाग के प्राध्यापक डा. जमालुद्दीन के निर्देशन में कराए जाने वाले शोध को पीजीआरसी की बैठक में संतोषजनक नहीं मानते हुए उसे रोक दिया गया। शोधार्थी व शोध निर्देशक को इस चर्चा के लिए बुलाने की बात कुलपति ने कही। इतना ही नहीं कमला राय कालेज गोपालगंज के प्राध्यापक डा. शंकरन के शोध को भी बदलने का निर्देश दिया गया। उसके साथ ही 22 दिसंबर 20 को हुए पीजीआरसी में लिए गए निर्णय को समपुष्ट किया गया। अंतर विषय शोध प्रबंधन को एक और गाइड की हुई नियुक्ति :

कुलपति प्रो. फारूक अली ने अंतर विषय शोध प्रबंध हेतु रसायन शास्त्र विभाग में एक और गाइड की नियुक्ति की स्वीकृति दी। उसके साथ ही वनस्पति शास्त्र विभाग के प्राध्यापक डा. अमरेंद्र कुमार झा के शोध निर्देशन में अल्पान केले पर होने वाली शोध प्रस्ताव पर चर्चा की गई। अल्पान केला पर क्या शोध होगा, इसके विभिन्न बिदुंओं पर बात की गई। बैठक में परीक्षा नियंत्रक डा. अनिल कुमार सिंह, डीन गजेंद्र कुमार, डा. उदय अरविद, डा. शफी अहमद, पीजी हेड डा. हरिश्चंद्र, डा. अनिता, डा. हरेंद्र प्रसाद सिंह, डा. वैद्यनाथ मिश्र, डा. रामध्यान राय, डा. अमनराथ प्रसाद, डा. कुमार मोती, डा. राम नारायण राय, डा. शंकर साह, डा. विभु कुमार, डा. पूनम समेत अन्य सदस्य मौजूद थे।

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