रात से ही छपरा कोर्ट परिसर में प्रत्याशियों की कतार
नामांकन से पहले प्रत्याशियों को घंटों मशक्कत करनी पड़ रही। पर्चा भरने में लगने वाले टिकटों के लिए मारामारी है।
जासं, छपरा: नामांकन से पहले प्रत्याशियों को घंटों मशक्कत करनी पड़ रही। पर्चा भरने में लगने वाले शपथ पत्र के टिकटों की मारामारी है। देर रात से ही काउंटर पर लंबी लाइन लग रही। रोजाना सैकड़ों की संख्या में प्रत्याशी स्टांप के लिए छपरा कोर्ट परिसर में पहुंच रहे हैं। यहां मात्र एक काउंटर होने से उन्हें काफी परेशानी हो रही है।
अधिवक्ताओं ने इसको लेकर जिला प्रशासन से अधिक काउंटर खोलने का अनुरोध किया है। गुरुवार तक मात्र एक ही काउंटर पर स्टांप टिकट मिल रहा था। स्टांप की जमकर कालाबाजारी भी हो रही है। बताया जाता है कि पंचायत चुनाव को लेकर शपथ पत्र बनवाने के लिए स्टांप की किल्लत से लोग परेशान हैं। चुनाव में नामांकन के लिए शपथ पत्र को लेकर छपरा व्यवहार न्यायालय में एकमात्र काउंटर चलाया जा रहा है। वहां लोगों की भारी भीड़ देखी जा रही है। लोग रात से ही टिकट के लिए लाइन में खड़े हो जा रहे हैं। कुव्यवस्था के कारण यहां अफरा-तफरी का माहौल देखा जा रहा है। हालात यह है कि घंटों लाइन में लगने के बाद भी लोगों को टिकट नहीं मिल रहा है। इसके कारण लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। लोगों का कहना है कि इस पंचायत चुनाव में टिकट को लेकर व्यवहार न्यायालय में बड़ी भीड़ के कारण न्यायिक कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। लोगों ने पंचायत चुनाव को लेकर अतिरिक्त टिकट काउंटर खोलने की भी मांग की है। टिकट लेने के लिए गुरूवार को कोर्ट परिसर आए पूर्व मुखिया बैजनाथ सिंह ने बताया कि वह पिछले तीन दिनों से टिकट के लिए छपरा कोर्ट आ रहे हैं, लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। यह समस्या सिर्फ बैजनाथ सिंह की नही हैं, बल्कि दूर दराज के गांव से आने वाले सभी लोगों की समस्या है। काउंटर खुलने के चार-छह घंटे पहले से लोगों की लंबी कतारें लग जा रही है। इस कुव्यवस्था को लेकर अधिवक्ताओं में भी काफी नाराजगी है। इससे अनका भी प्रोभेशन काफी प्रभावित हो रहा है।