जेपीयू की डिग्री पर होगा क्यूआर कोड व डिजिटल सिग्नेचर : कुलपति

छपरा। जयप्रकाश विश्वविद्यालय प्रशासन अपने विद्यार्थियों को जल्द ही हाईटेक डिग्री देने की शुरुआत करने जा रहा है। हर डिग्री का अपना अलग क्यूआर (क्विक रिस्पांस) कोड होगा। इस कोड के माध्यम से दुनिया के किसी भी हिस्से में डिग्री आसानी से वैरीफाई हो सकेगी। यह जानकारी देते हुए जेपीयू के कुलपति प्रो. फारूख अली ने बताया कि उससे विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री तुरंत पकड़ में आएगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 06:41 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 07:30 PM (IST)
जेपीयू की डिग्री पर होगा क्यूआर कोड व डिजिटल सिग्नेचर : कुलपति
जेपीयू की डिग्री पर होगा क्यूआर कोड व डिजिटल सिग्नेचर : कुलपति

छपरा। जयप्रकाश विश्वविद्यालय प्रशासन अपने विद्यार्थियों को जल्द ही हाईटेक डिग्री देने की शुरुआत करने जा रहा है। हर डिग्री का अपना अलग क्यूआर (क्विक रिस्पांस) कोड होगा। इस कोड के माध्यम से दुनिया के किसी भी हिस्से में डिग्री आसानी से वैरीफाई हो सकेगी। यह जानकारी देते हुए जेपीयू के कुलपति प्रो. फारूख अली ने बताया कि उससे विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री तुरंत पकड़ में आएगी। नए सिस्टम में हर डिग्री का रिकॉर्ड विवि के पास रहेगा तथा कोई भी व्यक्ति कभी भी इस डिग्री की असलियत का पता लगा सकता है। डिग्री के सत्यापन के लिए विवि आने की जरूरत नहीं है। डिग्री को क्लाउड कंप्यूटिग से जोड़ा गया है। क्लाउड कंप्यूटिग में सॉफ्टवेयर ऑनलाइन सर्वर पर काम करता है। डेटा ऑनलाइन होने के कारण इसे दुनिया में कहीं भी एक्सेस किया जा सकता है। हर डिग्री का अपना क्यूआर कोड होगा। यह कोड मोबाइल से स्कैन करने पर यूआरएल (यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर) जेनरेट होगा। यूआरएल पर क्लिक करते ही संबंधित व्यक्ति की डिग्री सामने आ जाएगी। उसके साथ ही डिग्री पर कुलपति का डिजिटल हस्ताक्षर भी होगा। जिससे डिग्री बनाने में भी आसानी होगी। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में वित्त पदाधिकारी एवं कुलसचिव प्रभार में है। जिसके कारण पेंशन व वेतन नहीं मिल पा रहा है, जल्द ही वेतन व पेंशन दिया जाएगा। विश्वविद्यालय के विकास लिए पूर्ववर्ती छात्रों से सहयोग लिया जाएगा। जिसके लिए जेपी विश्वविद्यालय पूर्ववर्ती छात्र संघ का गठन किया जएगा। जिसका सम्मेलन भी बुलाया जाएगा। जिसको लेकर नौ मार्च को बैठक की जाएगी। संवाददाता सम्मेलन में एफओ एके त्रिपाठी, जनसंपर्क पदाधिकारी सह सीसीडीसी डॉ. हरिश्चदं, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अनिल कुमार सिंह आदि मौजूद थे।

इसेट :

क्या है क्यूआर कोड :

क्यूआर (क्विक रिस्पांस) कोड मैट्रिक्स बारकोड का एक प्रकार का ट्रेडमार्क है। बारकोड एक मशीन पठनीय ऑप्टिकल लेबल है, जो खुद से जुड़ी जानकारी मिनट भर में मिल जाती है। जिसे परीक्षा फार्म, प्रवेश पत्र, अंक पत्र एवं डिग्री पर लगाया जा सकता है। इनसेट :

पीएचडी के मौखिक परीक्षा में शामिल हुए कुलपति

जासं, छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय के पीजी राजनीति विज्ञान विभाग में गुरूवार को शोधार्थी गीता कुमारी का मौखीकी परीक्षा हुई। जिसमें कुलपति प्रो. फारूख अली भी शामिल हुए। शोधार्थी गीता कुमारी ने शोध निदेशक डॉ. आलोक वर्मा के निर्देशन में बिहार के सामाजिक परिवर्तन में रामकृष्ण मिशन का एक विश्लेषणात्मक अध्ययन विषय पर शोध कार्य पूरा किया गया है। मौखिकी परीक्षा में बाह्य परीक्षक प्रो. राम रणवीर सिंह थे। मौखिकी परीक्षा में संकायाध्यक्ष प्रो. रामध्यान राय,स्नातकोत्तर शिक्षक संघ के सचिव प्रो. रणजीत कुमार,परीक्षा नियंत्रक प्रो. अनिल कुमार सिंह, प्रो. गजेंद्र कुमार,प्रो. कुमार मोती,डॉ. रुचि त्रिपाठी,विकास चौहान, गौरव सिंह,नीरज सिंह, डॉ. सय्यद राजा,डॉ कृष्ण कन्हैया, उमेश शर्मा एवं शोधार्थी मौजूद थे।

इनसेट :

जेपीयू के कुलपति ने किया पुस्तक का विमोचन

जासं, छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. सरोज कुमार वर्मा द्वारा संपादित पुस्तक कोआपरेटिव फेडरलिस्म इन इंडिया: मिथ और रियलिटी का विमोचन गुरूवार को कुलपति प्रो. फारूक अली ने किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रो. सरोज कुमार वर्मा एक विद्वान प्राध्यापक है। उनकी पुस्तक सबको पढ़नी चाहिए। यह पुस्तक राजनीति विज्ञान विषय के विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों के लिए उपयोगी है। इस मौके पर प्रभारी कुलसचिव प्रो. आर.पी.श्रीवास्तव, जेपीयू पीजी विभाग के विभागध्यक्ष सह परीक्षा नियंत्रक डॉ. अनिल कुमार सिंह, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा के पूर्व विभागाध्यक्ष और संकायाध्यक्ष प्रो.रणबीर सिंह, जेपीयू के सामाजिक विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो. रामध्यान राय, प्रो. सैयद र•ा, प्रो. रंजीत कुमार, प्रो. आलोक वर्मा, सीसीडीसी प्रो. हरिश्चन्द्र समेत अन्य शिक्षक मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी