प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट अपना कर बच्चों को वायरस से करें सुरक्षित
जिले में वैश्विक महामारी के वक्त में बच्चों को वायरस संक्रमण से बचाने के लिए आयुष मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी की है।
जासं, छपरा : जिले में वैश्विक महामारी के वक्त में बच्चों को वायरस संक्रमण से बचाने और उनका ख्याल रखने के लिए आयुष मंत्रालय ने होमकेयर गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन में मंत्रालय ने आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चिकित्सा के उपयोग के साथ मास्क पहनने, योग करने, बीमारी के पांच लक्षणों की पहचान पर नजर रखने, डॉक्टरों के साथ टेली कंसल्टेशन की सलाह के साथ माता-पिता को टीकाकरण कराने की सलाह पर विस्तार से जानकारी दी गई है।
आयुष मंत्रालय की गाइडलाइन में कहा गया है कि किस तरह संक्रमण के दूसरी लहर ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिता पैदा कर दी है। गाइडलाइन के मुताबिक बच्चों में बालिगों के मुकाबले कोरोना के हल्के मामले देखे गए हैं। इन मामलों में कुछ खास इलाज की आवश्यकता नहीं होती लेकिन प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट को अपना कर बच्चों को नुकसानदायक वायरस से सुरक्षित किया जा सकता है। गाइडलाइन के मुताबिक कई सारे अध्ययनों में, जिनमें कुछ आयुर्वेदिक दवाएं कोरोना संक्रमण के खिलाफ प्रोफिलैक्सिस में प्रभावी नजर आई हैं। मोटापा, शुगर टाइप 1, क्रोनिक कॉर्डियोपल्मोनरी बीमारियों या कम प्रतिरोधक क्षमता वाले बच्चों को कोरोना की संभावना ज्यादा हो सकती है। यद्यपि बच्चों में इम्युनिटी का स्तर मजबूत हो सकता है, लेकिन जिस तरह वायरस के नए-नए स्ट्रेन सामने आ रहे हैं, ऐसे में जरूरी हो जाता है कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया जाए। ------------------
सलाह
बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए आयुष मंत्रालय ने जारी किया होमकेयर गाइडलाइन
- पांच से 18 साल के बच्चों के लिए मास्क अनिवार्य
- बाहर निकलने पर शारीरिक दूरी का रखें ख्याल