कोविड-19 के पहले चक्र में स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण को लेकर किया जा रहा डेटा तैयार

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा टीकाकारण को लेकर समिति गठित की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Dec 2020 10:59 PM (IST) Updated:Wed, 16 Dec 2020 10:59 PM (IST)
कोविड-19 के पहले चक्र में स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण को लेकर किया जा रहा डेटा तैयार
कोविड-19 के पहले चक्र में स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण को लेकर किया जा रहा डेटा तैयार

छपरा : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा टीकाकारण का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाना है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। कोविड-19 टीकाकरण के पहले चक्र में स्वास्थ्य कर्मियों को शामिल किया गया है। जिसमें स्वास्थ्य विभाग से संबंधित सरकारी और निजी सेवा में लगे चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर सिविल सर्जन डॉक्टर माधवेश्वर झा के द्वारा कोविड टीकाकरण को लेकर डेटा तैयार कराया जा रहा है। इस दौरान सरकारी स्वास्थ्य सेवा से जुड़े करीब 7500 चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों में अधिसंख्य का डेटा तैयार किया जा चुका है। वहीं प्राइवेट नर्सिंग होम एवं निजी चिकित्सालय के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा से जुड़े चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों का डेटा तैयार किया जा रहा है। इसे इस हफ्ते तक पूर्ण कर लिया जाएगा। वहीं आइसीडीएस विभाग के कर्मियों से भी डेटा की मांग की गई है, ताकि सभी जगहों से प्राप्त डेटा के अनुरूप राज्य स्वास्थ्य विभाग से वैक्सीन मंगाया जा सके। कोविड वैक्सीन सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी जाएगी। इसके बाद 50 साल से कम आयु के उन लोगों को दी जाएगी, जिनको अन्य बीमारियां हैं। इसके बाद बाकी लोगों को इसकी उपलब्धता के हिसाब से वैक्सीन दी जाएगी।

वैक्सीनेशन के लिए तीन कमरों का बनाया जाएगा सेंटर

स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर जिस सेंटर पर वैक्सीन दी जाएगी, वहां तीन कमरे होने चाहिए। पहला वेटिग रूम होगा, दूसरा वैक्सीनेशन रूम और तीसरा ऑब्जर्वेशन रूम। वैक्सीन देने वाली टीम में एक वैक्सीन ऑफिसर और चार वैक्सीनेशन कर्मी होंगे। टीकाकरण रूम में किसी महिला को वैक्सीन मिलते वक्त एक महिला स्टाफ मेंबर की मौजूदगी अनिवार्य होगी। गाइडलाइंस के अनुसार, टीकाकरण की एक साइट पर दिनभर में केवल 100 लोगों को टीका लगेगा। अगर लॉजिस्टिक्स की सुविधा अच्छी है, तो इसे बढ़ाकर 200 भी किया जा सकता है।

वैक्सीनेशन के बाद करना होगा 30 मिनट इंतजार

वैक्सीनेशन के बाद स्वास्थ्य कर्मी को कम से कम 30 मिनट तक ऑब्जरवेशन रूम में इंतजार करना होगा। इस कमरे में पीने के पानी और टॉयलेट की सुविधा रखने के निर्देश दिए गए हैं। टीका लगने के बाद 30 मिनट का इंतजार इसलिए करना जरूरी है ताकि यह देखा जा सके कि कहीं कोई प्रतिकूल प्रभाव तो नहीं पड़ रहा।

वैक्सीनेशन के लिए वेबसाइट पर करना होगा रजिस्ट्रेशन

कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क के जरिए वैक्सीन के स्टॉक और डिस्ट्रीब्यूशन की रियल-टाइम जानकारी मिलेगी। किसे वैक्सीन मिली है और किसे नहीं, उसका डेटा भी यहां उपलब्ध होगा। वैक्सीन के लिए लोगों को रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए वेबसाइट जल्द लॉन्च की जाएगी। वहां पर वोटर आईडी, आधार, ड्राइविग लाइसेंस, पासपोर्ट, पेंशन डॉक्यूमेंट जैसे 12 फोटो आइडी में से एक के सहारे रजिस्टर कर पाएंगे। फिर सेंटर पर फोटो आईडी मैच की जाएगी। हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को अस्पताल या क्लिनिक जैसी जगहों पर टीका लगेगा।

सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक होगा टीकाकरण

टीकाकरण कार्यक्रम सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक चलेगा। जिन लोगों को टीका लगाया जाना है, उनको अलग-अलग समय पर बुलाया जाएगा, जिससे की सेंटर पर भीड़-भाड़ नहीं हो।

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