दो बड़े साइबर क्राइम का पुलिस ने किया उद्भेदन, 10 लाख रुपये भी हुए बरामद
सारण जिले में साइबर अपराधियों द्वारा की गई दो बड़ी निकासी के बाद पुलिस एक्शन में आ गई। बंगाल से दस लाख रुपयों की बरामदगी भी की गई है।
जासं, छपरा: सारण जिले में साइबर अपराधियों द्वारा की गई दो बड़ी निकासी के बाद सारण पुलिस काफी सक्रिय हुई थी। डीआइजी मनु महाराज के निर्देश पर दोनों कांडों का उद्भेदन पुलिस ने कर दिया है। 10 लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं। जालसाजी में पश्चिम बंगाल के कोलकाता व 24 परगना के रहने वाले पांच जालसाजों को चिह्नित किया गया है। उनके खातों को पुलिस ने फ्रीज कर दिया है। हालांकि अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जानकारी के मुताबिक छपरा शहर स्थित राम जयपाल कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर इरफान अली के पंजाब नेशनल बैंक के खाते से बीते 20 मई को 14.55 लाख की अवैध रूप से निकासी कर ली गई थी। प्रोफेसर ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। वही जलालपुर के रहने वाले रिटायर्ड रेलकर्मी बनारसी महतो के खाते से 29 लाख रुपयों की अवैध रूप से निकासी कर ली गई थी। उन्होंने इसकी प्राथमिकी जलालपुर थाने में दर्ज कराई थी। दोनों मामलों में पीड़ितों ने डीआइजी मनु महाराज को आवेदन देकर रुपये रिकवरी को लेकर गुहार लगाई थी। एसपी के नेतृत्व में गठित की गई थी टीम
कांड को चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए डीआइजी ने सारण के पुलिस कप्तान संतोष कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया था। इसके बाद नगर थाना के अनुसंधानकर्ता देव कुमार तिवारी एवं जलालपुर के अनुसंधानकर्ता अमरेंद्र कुमार घटना की जांच के लिए पश्चिम बंगाल गए। इन लोगों ने कोलकाता व 24 परगना में जाकर मामले की छानबीन की। अनुसंधान में पता चला कि कोलकाता के दमदम के रहने वाले राजेश मन्ना ने 14.55 लाख रुपये इरफान अली के खाते से निकासी की है। उसने पैसे को अपने खाते के माध्यम से निकासी की है। इसके बाद वह अपने मित्र दमदम के ही रहने वाले सोमनाथ डे के खाते में 4.55 लाख प्रदीप कुमार बनर्जी के खाते में एक लाख व मोहम्मद सादिक के खाते में 4.50 लाख ट्रांसफर किया।
बताया जाता है कि प्रदीप कुमार बनर्जी ने उस रुपए को चंदननगर के रहने वाले राजू पासवान के खाते में ट्रांसफर कर दिया। इसी तरह रेलकर्मी बनारसी महतो के खाते से 24 परगना जिले के नरेंद्रपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले सुदीप्तो गोहा ने 29 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया। जांच को लेकर जब टीम पहुंची तो राजू पासवान के खाते में ट्रांसफर किए गए रुपए में से 10 हजार रुपये खाते में बचे थे। उसे फ्रीज कर दिया गया। सुदीप्तो गोहा के खाते में अभी 10 लाख रुपये पड़े हुए थे, जिसे रिकवर कर लिया गया। सभी आरोपित हो गए चिह्नित, जल्द होंगे गिरफ्तार: डीआइजी
डीआइजी मनु महाराज ने बताया कि सभी आरोपितों को चिह्नित कर लिया गया है। उनके बारे में कोलकाता व 24 परगना के संबंधित थानों को गिरफ्तारी के लिए निर्देश दे दिया गया है। शीघ्र ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस मामले में बैंक कर्मियों के कार्यशैली की भी जांच की जाएगी। आखिर इतनी बड़ी राशि की निकासी कैसे कर ली गई। ----------
तस्वीर: छपरा 29
सफलता
- डीआइजी के निर्देश पर कांड के अनुसंधानकर्ता पहुंचे थे पश्चिम बंगाल
- जालसाजो के खाते फ्रीज, बैंक कर्मियों की कार्यशैली की भी जांच
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- 45 लाख रुपयों की निकासी हुई थी रामजयपाल कॉलेज के प्राचार्य व जलालपुर के सेवानिवृत्त रेलकर्मी के खातों से