सारण में मूर्ति बरामदगी को ले सक्रिय हुई पुलिस

महंत की पिटाई कर अष्टधातु की मूर्ति लूट की घटना के उद्भेदन को ले पुलिस सक्रिय हुई है। डॉग स्वायड को लगाया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 05:18 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 05:18 PM (IST)
सारण में मूर्ति बरामदगी को ले सक्रिय हुई पुलिस
सारण में मूर्ति बरामदगी को ले सक्रिय हुई पुलिस

जागरण संवाददाता, छपरा : महंत की पिटाई कर अष्टधातु की मूर्ति लूट की घटना के उद्भेदन के लिए पुलिस एक्टिव हो गई है। रिविलगंज थानाध्यक्ष ओमप्रकाश चौहान ने घटना की सूचना एसपी संतोष कुमार व एसडीपीओ एमपी सिंह को दी। घटना की जांच एवं अपराधियों तक पहुंचने के लिए एसपी ने रिविलगंज थाना पुलिस को कई निर्देश दिए। एसपी की पहल पर मौके पर डॉग- स्क्वायड पहुंचा। डॉग स्क्वायड का कुत्ता घटना स्थल पर घूमने के बाद इधर उधर भटकता रहा। लेकिन कोई खास लाभ नहीं हुआ। डॉग स्क्वायड के साथ थाना पुलिस ने कई जगह छापेमारी की। सारण के अलावा पड़ोसी जिला एवं सीमावर्ती यूपी में भी घटना को लेकर स्थानीय पुलिस से संपर्क कर रिविलगंज थाना पुलिस सुराग तलाश रही है। मूर्ति बरामद करने के छापेमारी जारी है।

एसपी के निर्देश पर सक्रिया हुआ एसआइटी एवं टेक्निकल सेल :

एसपी संतोष कुमार के निर्देश पर लूट की घटना की तफतीश व अपराधियों को पकड़ने के लिए एसआइटी एवं टेक्निकल सेल भी सक्रिय है। घटनास्थल पर टावर डंप तथा मोबाइल लोकेशन के आधार पर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टेक्निकल सेल का सहारा लिया जा रहा है। महंत परशुराम दास एवं पुजारी नवीन बाबा से की गई पूछताछ के आधार पर पुलिस को अपराधियों के बारे में कुछ जानाकारी मिली। उनकी लगभग उम्र एवं कद काठी की जानकारी के आधार पर संदिग्धों को चिन्हित किया जा रहा है।

इंसेट करें :

मठ मंदिरों में कीमती मूर्तियों पर हमेशा रहती है चोरों की नजर

जागरण संवाददाता, छपरा : मठ मंदिर में कीमती मूर्तियों पर अपराधियों व चोरों की नजर रहती है। मौके मिलते ही बदमाश मूर्ति चोरी की घटना को अंजाम देते रहे हैं। कई मामले में उनकी गिरफतारी एवं मूर्तियों की बरामदगी भी हुई है। जबकि कई बार चोरों का सुराग पुलिस नहीं तलाश पाई है।

सारण के मठ मंदिरों में चोरी की घटनाएं :

2004 में मांझी थाना क्षेत्र के धनी छपरा मठ से चोरों ने अष्टधातु की प्रतिमा की चोरी की।

- 2006 में मांझी थाना क्षेत्र के मझनपुरा गांगो पड़ाईन मंदिर से अष्टधातु की प्रतिमा की चोरी

- 2 फरवरी 2013 को एकमा थाना क्षेत्र के आमडाढी मठ से अष्टधातु की प्रतिमा चोरी। चोरों ने मठ के पुजारी को बंधक बनाकर चोरी की घटना को अंजाम दिया था।

- 9 दिसंबर 2015 को चोरों ने मांझी थाना क्षेत्र के फतेहपुर मठ से अष्टधातु की प्रतिमा की चोरी की थी। मामले में चोरों को गिरफ्तार कर चोरी गई प्रतिमा बरामद की गई थी।

- 20 दिसंबर 2015 की रात चोरों ने ताजपुर मठ में चोरी का प्रयास किया था। इस दौरान मौके पर रात्रि गश्ती पर निकली ताजपुर पुलिस के जवान पहुंचे तो, अपराधियों ने फायरिग किया था।

- 6 फरवरी 2016 को शहर के साहेबगंज सोनारपट्टी स्थित बनारसी दास मंदिर से राम-जानकी, लक्ष्मण की अष्टधातु की मूर्तियों की चोरी कर ली गई थी। एक माह के अंदर पुलिस ने मूर्ति बरामद कर ली थी।

- 15 अक्टूबर, 2017 रिविलगंज के गौतम ऋषि मंदिर से चोरी गई लक्ष्मण एवं सीताजी की अष्टघातु की मूर्ति चोरी हुई थी। तब इसकी कीमत लगभग 30 करोड़ बताई गई थी। दोनों मूर्तियों का वजन 45-45 किलो है।

- 29 दिसंबर, 2017 को चोरों ने बरेजा ठाकुरबाड़ी से राधाकृष्ण की अष्टधातु की प्रतिमा की चोरी की थी।

-19 फरवरी, 2018 रसूलपुर थाना क्षेत्र के चड़वां गांव में 150 साल पुरानी ठाकुरबाडी से चोरों ने राम व लक्ष्मण की मूर्ति चोरी की थी।

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