सारण के मुख्य बाजारों में नहीं है यूरिनल

छपरा शहर के मुख्य बाजार हथुआ मार्केट मौना चौक एवं साहेबगंज में ग्राहकों के लिए शौचालय कौन कहे ठीक ढंग का यूरिनल तक नहीं है। जहां है तो वह इतना गंदा है कि उसका उपयोग नहीं किया जाता है। थाना चौक पर लगे यूरिनल में पानी का कनेक्शन तक नहीं है। इसके कारण यहां आने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 11:21 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 11:21 PM (IST)
सारण के मुख्य बाजारों में नहीं है यूरिनल
सारण के मुख्य बाजारों में नहीं है यूरिनल

सारण। छपरा शहर के मुख्य बाजार हथुआ मार्केट, मौना चौक एवं साहेबगंज में ग्राहकों के लिए शौचालय कौन कहे ठीक ढंग का यूरिनल तक नहीं है। जहां है तो वह इतना गंदा है कि उसका उपयोग नहीं किया जाता है। थाना चौक पर लगे यूरिनल में पानी का कनेक्शन तक नहीं है। इसके कारण यहां आने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहां अधिक कपड़ा, सौंदर्य प्रसाधन एवं घरेलू उपयोग में आने वाले सामान की छोटी से लेकर बड़ी दुकानें हैं। यहां पुरुषों से ज्यादा महिलाएं आती हैं। इनके लिए बाजार में यूरिनल तक नहीं है। यहां सबसे ज्यादा खराब स्थित दुकानों में काम करने वाली महिलाओं एवं युवतियों की है। उनके लिए मार्केट में भी शौचालय तक नही है। जहां है वह भी इतना गंदा है कि उसे उपयोग करना मुश्किल है। यहां बाजार में किसी महिला व युवती को शौचालय के उपयोग की जरूरत पड़ती है तो वह जल्दी-जल्दी अपने घर आटो व रिक्शा से जाती हैं। जिन महिलाओं का घर दूर है उन्हें वहां से नगरपालिका चौक आना पड़ता है। यहां सुलभ इंटरनेशनल का शौचालय है। वहां उन्हें पैसा देकर उपयोग करना पड़ता है। यहां आकर शौचालय का उपयोग करने में उन्हें कठिनाई होती है। नगर निगम प्रशासन इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दे रहा है। शहर में आने वाले लोगों को मूलभूत सुविधा मिले इस दिशा में निगम प्रशासन का ध्यान नहीं है। शहर में पिक शौचालय भी नहीं है। ऐसे में छपरा शहर को इंदौर कैसे बनाया जा सकता है। शहर के मुख्य बाजारों में नियमित कूड़े की सफाई नहीं होती है। शहर के हथुआ मार्केट में ही नियमित रूप से सफाई कर्मी झाड़ू नहीं लगाते हैं। इसके कारण वहां गंदगी फैली रहती है। नाला भी सफाई नहीं होती है। इसको लेकर हल्की बारिश में भी बाजारों में जलजमाव हो जाता है। वैसे छपरा नगर निगम वर्ष 2020 की तुलना में 2021 में स्वच्छता रैकिग में 99 अंकों का सुधार किया है, लेकिन उसके बाद भी नगर निगम प्रशासन को अभी बहुत कुछ करने की जरूरत है। शहरवासियों के लिए स्वच्छता को ले जमीनी स्तर पर कार्य करने की जरूरत है। यूरिनल व शौचालय मुख्य बाजारों में बनाना होगा। यहां यूरिनल लगा है, उसमें पानी का कनेक्शन करना होगा एवं उसके सफाई पर भी ध्यान देने की जरूरत है। तभी हम स्वच्छता रैकिग में बेहतर कर सकेंगे।

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