जेपी विश्वविद्यालय में लागू हुई नई अंशदान पेंशन योजना

जयप्रकाश विश्वविद्यालय व उसके अधीनस्थ अंगीभूत कालेजों में एक सितंबर 2005 के बाद प्राध्यापक व कर्मचारियों को ले नई पेंशन योजना लागू होगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 10:20 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 10:20 PM (IST)
जेपी विश्वविद्यालय में लागू हुई नई अंशदान पेंशन योजना
जेपी विश्वविद्यालय में लागू हुई नई अंशदान पेंशन योजना

जागरण संवाददाता, छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय व उसके अधीनस्थ अंगीभूत कालेजों में एक सितंबर 2005 के पश्चात नियुक्त प्राध्यापक व कर्मचारियों को ले नई पेंशन योजना लागू किया गया है। उनके लिए नई अंशदायी पेंशन योजना (एनपीएस) लागू कर दी गई है।

बुधवार को कुलपति प्रो. फारूक अली ने अपने कार्यालय कक्ष में विवि पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उसमें एनपीएस पर चर्चा की गई। कर्मचारियों को अब उनका अंशदान निश्चित नियमों के तहत कटेगा और जमा होगा। इस परिनियम के अनुसार कर्मियों के मासिक वेतन के मूल वेतन एवं महंगाई भत्ते के योग की 10 प्रतिशत राशि अंशदान के रूप में काटी जायेगी। उतनी ही राशि नियोक्ता के द्वारा अंशदान के रूप में जमा करेगा। इस योजना के तहत पंजीकरण, फंड ट्रांसफर और रिकार्ड के रख-रखाव की प्रक्रिया वही होगी, जो राज्य सरकार के तरफ से निर्धारित की गयी है। एनपीएस योजना के तहत कटौती अगले माह से प्रारंभ होगी।

एक सितंबर 2005 से अथवा उसके बाद योगदान करने वाले किसी भी कर्मचारी का अंशदान यदि सामान्य भविष्य निधि में किया गया है, तो नेशनल सिक्योरिटिज डिपाजिटरी लिमिटेड सेंट्रल रिकार्ड कीपिग एजेंसी में रजिस्ट्रेशन के बाद अंशदान राशि में ब्याज सहित पैसे नयी अंशदायी पेंशन योजना के नियम के अनुसार जुट जाएगा। इसको लेकर जेपी के वित्त पदाधिकारी जमाल अब्दुल नासिर को नोडल पदाधिकारी व डीडीओ नियुक्त किया गया है। राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के तहत नयी योजना के अधीन भी संबंधित कर्मियों के सेवा-काल में तथा सेवानिवृत्ति के बाद निकासी के संदर्भ में अधिसूचित प्रावधान ही लागू होगा। नई पेंशन योजना के कौन होंगे लाभार्थी

पेंशन संबंधी नये परिनियम के लागू होने से विश्वविद्यालय एवं उनके अधीनस्थ अंगीभूत कालेजों के नियमित अध्यापकों, अधिकारियों एवं सभी कर्मियों को नई अंशदायी पेंशन योजना का लाभ मिलेगा। इसका लाभ उन्ही कर्मियों को मिलेगा, जिनकी नियुक्ति एक सितंबर 2005 को या उसके बाद हुई है। इसको लेकर जेपी विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों से सुझाव भी लिया गया। बैठक में सीसीडीसी डा. हरिश्चंद, वित्त परामर्शी अशोक कुमार पाठक, परीक्षा नियंत्रक डा. अनिल कुमार सिंह, पीजी मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा. रामध्यान राय, विवि के वरीय लिपिक अमित प्रकाश आदि मौजूद थे।

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