सारण में सरसों तेल ने बिगड़ा रसोई का बजट
कोरोना काल में जहां एक तरफ अधिकांश लोगों के काम धंधे पर बुरा असर पड़ा है वहीं मई महीने में सरसों तेल व रिफाइन के बढ़े दाम ने रसोई का बजट गड़बड़ा दिया है। अप्रैल से सरसों तेल की कीमत बढ़नी शुरू हो गई थी। मार्च में सरसों तेल की कीमत एक सौ रुपये लीटर थी जो अप्रैल में सीधे 20 रुपये बढ़ गई। पूरे अप्रैल महीने में एक दो पांच एवं आठ रुपये सरसों तेल का दाम बढ़ते -बढ़ते एक मई को 160 रुपये हो गई।
सारण। कोरोना काल में जहां एक तरफ अधिकांश लोगों के काम धंधे पर बुरा असर पड़ा है, वहीं मई महीने में सरसों तेल व रिफाइन के बढ़े दाम ने रसोई का बजट गड़बड़ा दिया है। अप्रैल से सरसों तेल की कीमत बढ़नी शुरू हो गई थी। मार्च में सरसों तेल की कीमत एक सौ रुपये लीटर थी, जो अप्रैल में सीधे 20 रुपये बढ़ गई। पूरे अप्रैल महीने में एक, दो पांच एवं आठ रुपये सरसों तेल का दाम बढ़ते -बढ़ते एक मई को 160 रुपये हो गई। अब 15 मई से सरसों तेल 180 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। इसी तरह रिफाइन के दाम भी तेजी से बढ़ रहे हैं। मार्च में रिफाइन 80 रुपये प्रति लीटर था, जो अप्रैल महीने में 90 रुपये हुआ अब मई में 165 रुपये हो गया है। सरसों तेल का कब कितना बढ़ा दाम :
महीना - मूल्य - अंतर
01 मार्च - 90 - 00
15 मार्च - 95 - 05
30 मार्च - 100 - 05
01 अप्रैल - 120 - 20
05 अप्रैल - 122 - 02
10 अप्रैल - 127 - 05
15 अप्रैल - 132 - 05
20 अप्रैल - 140 - 08
25 अप्रैल - 145 - 05
30 अप्रैल - 150 - 05
01 मई - 160 - 10
05 मई - 163 - 03
10 मई - 170 - 07
15 मई - 180 - 10
17 मई - 185 - 05
नोट - प्रति लीटर में मूल्य : सोयाबीन का कब कितना बढ़ा भाव :
मार्च - अप्रैल - मई
60 - 80 - 90
नोट : प्रति लीटर में मूल्य रिफाइन का कब कितना बढ़ा मूल्य
मार्च - अप्रैल - मई
90 - 140 - 165
नोट - प्रति लीटर में इनसेट :
महिलाएं बोलीं :
फोटो 17 सीपीआर 6
सरसों तेल के मूल्य पर अब सरकार को नियंत्रित करने की जरूरत है। पिछले 15 दिनों में 20 रुपये प्रति किलो दाम बढ़ गया है।
इंदू कुमारी फोटो 17 सीपीआर 7
कोरोना काल में सरसों तेल की कीमत बढ़ने से रसोई का बजट पूरी तरह से गड़बड़ा गया है। तेल के भाव को नियंत्रित करने की जरूरत है, ताकि सरसों तेल लोगों की पहुंच से दूर न जाए।
संध्या फोटो 17 सीपीआर 8
मार्च में 90 रुपये किलो सरसों तेल था, लेकिन अप्रैल व मई में तेल के दाम पांच, 10 ,15 एवं 20 रुपये बढ़कर 180 रुपये हो गये है। जिससे इस लॉकडाउन में गृहस्थी चलाने में दिक्कत हो रही है।
पुतुल देवी
फोटो 17 सीपीआर 9
सरसों तेल व रिफाइन के मूल्य बढ़ने से सीधा असर हर आदमी के रसोई पड़ रहा है। बिना तेल व रिफाइन का काम ही नहीं चल सकता है। इसलिए सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
वंदना कुमारी इनसेट :
व्यवसायी की सुनें :
फोटो 17 सीपीआर 10
सबसे ज्यादा तेजी खाद्य तेल पर हुई है। ब्राडेड सरसों तेल का मूल्य 195 - 200 रुपये प्रति लीटर है। जबकि सामान्य तेल 180 रुपये प्रति लीटर है। जबकि एक मई की कीमत 160 रुपये थी।
वीरेंद्र कुमार सिंह, किराना व्यापारी फोटो 17 सीपीआर 11
सरसों तेल व रिफाइन की कीमत रोज बढ़ रही है। जिसका कारण मिल से ही तेल कम आना बताया जाता है। लॉकडाउन में तेल मिल से निकल रहे हे। विदेशों से पाम आयल नही आने से रिफाइन का भाव बढ़ रहा है।
द्वारिका साह
तेल व घी व्यापारी