बच्चों के लिए सुरक्षा कवच है मां का दूध : कुलपति
जयप्रकाश महिला महाविद्यालय में रविवार को विश्व स्तनपान दिवस पर मां और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए वेबिनार का आयोजन किया गया। बच्चों को स्तनपान कराने पर जोर दिया गया।
जासं, छपरा: जयप्रकाश महिला महाविद्यालय में रविवार को विश्व स्तनपान दिवस पर मां और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए 'स्तनपान का महत्व' विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। उद्घाटन करते हुए जेपीयू के कुलपति प्रो. फारूक अली ने कहा कि बच्चों के लिए मां का दूध सुरक्षा कवच है। स्तनपान कराने से बच्चों के साथ मां को भी बहुत फायदा होता है। स्तनपान कराने वाली माताओं को स्तन कैंसर, डिम्बग्रंथी के कैंसर, शुगर, और ह्दय रोग का जोखिम कम होता है। कुलपति ने कहा कि वर्तमान में माताओं में स्तनपान को लेकर के बहुत सारी भ्रांतियां बनी हुई हैं, जिसे दूर करने की जरूरत है। ------
जन्म के बाद कब व कैसे कराएं स्तनपान, इसकी दी जानकारी
मुख्य वक्ता भारतीय मूल की ब्रिटिश नागरिक एनएचएस साउथ कैमरिया (यूनाइटेड किगडम) एमबीसीएचबी डा. अफरीन हक ने बहुत ही सरलता से विषय पर चर्चा की। मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर स्तनपान की मुख्य भूमिका पर अपनी बातें रखी। बच्चे के जन्म के बाद कब और कैसे उसकी देखभाल और स्तनपान करना है, इसकी जानकारी दी। महावीर हास्पिटल गवर्नमेंट आफ एनसीटी (दिल्ली) डिपार्टमेंट आफ ओबीएसएंड डा. शैलजा रानी रंजन सिन्हा ने महिलाओं की स्वास्थ्य से जुड़ी हुई सभी समस्याओं व बच्चों की देखरेख और उनके स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की बातें कहीं। ---------------
मानसिक, शारीरिक व सामाजिक विकास को ले स्तनपान जरूरी
प्राचार्य डा. मधु प्रभा सिंह ने कहा कि मां का दूध बच्चों के संरक्षण, पोषण तथा उनके मानसिक, शारीरिक और सामाजिक विकास के लिए बहुत ही जरूरी है। पीजी गृह विज्ञान की विभागाध्यक्ष डा मंजू सिन्हा ने अतिथियों का अभिवादन करते हुए इस विषय पर अपने विचार करते हुए मां का दूध बच्चों के लिए अमृत के समाना बताया। वेबिनार का संचालन राजनीति विभाग की डा. शबाना परवीन मल्लिक ने किया। धन्यवाद ज्ञापन राजनीति विभाग की डा. रिकी सिंह ने की। डा. सोनाली, नम्रता, डा. बबिता वर्धन, मुग्धा, डा. नीतू सिंह आदि ने भी विचार रखें।