सृजनात्मक कार्यों में अभिरुचि व अच्छी आदतों से क्वारंटाइन सेंटर को गुलजार कर रहे प्रवासी

कई क्वारंटाइन सेंटरों पर प्रवासियों की अच्छी आदतें वहां की सूरत बदल रही है। कोई गीत-संगीत से माहौल बदल रहा है तो कोई पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 04:48 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 06:18 AM (IST)
सृजनात्मक कार्यों में अभिरुचि व अच्छी आदतों से क्वारंटाइन सेंटर को गुलजार कर रहे प्रवासी
सृजनात्मक कार्यों में अभिरुचि व अच्छी आदतों से क्वारंटाइन सेंटर को गुलजार कर रहे प्रवासी

जागरण टीम, छपरा : क्वारंटाइन सेंटर में रहने वाले प्रवासियों के हंगामे की खबर अक्सर मिलती है लेकिन कुछ ऐसे भी प्रवासी हैं जो ठीक इसके विपरीत सृजनात्मक कार्यों में लगे हैं। उनके व्यवहार से सीमित दायरे में रहने का तनाव मिट रहा है। कोई परिसर की साफ-सफाई में तो कोई किसी और माध्यम से क्वारंटाइन सेंटर की सूरत बदल रहे हैं।

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क्वारंटाइन सेंटर पर गूंजता भजन-कीर्तन, प्रवासियों को भी सिखा रहे संगीत

संसू, पानापुर : यदि कुछ करने की चाह हो तो माहौल, स्थान एवं संसाधन की कमी इंसान के सामने अधिक देर तक बाधक नहीं बन सकता। प्राथमिक विद्यालय खजुरी क्वारंटाइन सेंटर में महम्मदपुर गांव निवासी अरुण भगत एवं सहबाजपुर गांव के निवास मांझी कुछ ऐसा ही कर रहे हैं। केंद्र पर रहने के दौरान दोनों सुबह शाम नियमित रूप से भजन-कीर्तन करने लगे। धीरे-धीरे केंद्र पर रहने वाले अन्य लोग भी इनके साथ होने लगे। यहां कुल 40 प्रवासी हैं। पहले शिक्षक भजन सुनते अब, सब इसमें शामिल हो रहे हैं। असर हुआ कि कुछ कुछ युवा प्रवासियों ने एचएम अखिलेश कुमार पांडेय से आग्रह किया कि दोनों संगीत सीखना चाहते हैं। उन्होंने शारीरिक दूरी के अनुपालन के साथ अनुमति दी। आवश्यक साजो सामान का इंतजाम भी कराया। अभी राजेश शर्मा, दिलीप चौरसिया, परमेश्वर साह सहित दस लोग अरुण भगत और निवास मांझी से गाना बाजाना सीख रहे हैं। एचएम ने कहा कि यहां ठहरे प्रवासी कामगार गीत संगीत के माध्यम से मनोरंजन के साथ साथ संगीत की तालिम दे रहे हैं। माहौल ही बदल गया है।

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प्रवासी श्रमिकों ने संवार दिया क्वारंटाइन सेंटर परिसर

संसू, बनियापुर : उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेदौली क्वारंटाइन सेंटर में आवासित प्रवासियों ने विद्यालय परिसर को स्वच्छ व हरा भरा बना दिया है। यहां रहने वाले प्रवासियों का दिन रचनात्मक कार्य तथा अनुशासन की तालीम के बीच कट रहा है। जानकारी के मुताबिक इस सेंटर पर पिछले दिनों 84 प्रवासी आए थे। लेकिन 14 दिन पूरा होने करने वालों को होम क्वारंटाइन में भेजा गया है। अभी यहां लगभग 21 प्रवासी रह रहे हैं। कई प्रवासियों ने कहा कि हम काम करने वाले लोग हैं। खाली बैठना व सोना अच्छा नहीं लगता। इसलिए योगाभ्यास व व्यायाम के बाद अपने लिए काम खोज लिया। हमलोग विद्यालय की साफ सफाई तथा फूलों की देखभाल करने लगे। जरूरत के अनुसार विद्यालय में थोड़ा रंग रोगन भी किया है। प्रवासियों के योगाभ्यास कराने में लगे शिक्षक सच्चिदानंद शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए इम्युनिटी पावर की सख्त जरुरत है।

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