जलाएं मिट्टी के दीये, ताकि गरीबों की खुशहाल रहे दीपावली

जिले में दीपावली की तैयारियां जोरों पर हैं। धन की समृद्धि के लिए लोग मां लक्ष्मी व गणेश पूजा की तैयारी में हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Oct 2021 03:54 PM (IST) Updated:Fri, 29 Oct 2021 03:54 PM (IST)
जलाएं मिट्टी के दीये, ताकि गरीबों की खुशहाल रहे दीपावली
जलाएं मिट्टी के दीये, ताकि गरीबों की खुशहाल रहे दीपावली

जागरण संवाददाता, छपरा : जिले में दीपावली की तैयारियां जोरों पर हैं। धन की समृद्धि के लिए लोग भगवान श्रीगणेश व मां लक्ष्मी की पूजा की तैयारी में जुट गए है। घरों को साफ-सुथरा किया जा रहा है। बच्चों के साथ बडे अभी से घर को सजाने की प्लानिग में जुट है। वहीं इस आधुनिक युग में अधिकांश लोग अपनी पुरानी सभ्यता-संस्कृति को भूल रहे है। घरों को रंगीन व चाइनीज बल्ब से सजाने की तैयारी में लगे हैं। वह मार्केट में भी सुलभ तरीके से उपलब्ध है, लेकिन चाइनीज झालर व इलेक्ट्रानिक बल्ब से पर्यावरण दूषित हो रहा है। बिजली की खपत बढ़ जा रही है। उसके साथ ही दीपावली में उड़ने वाले कीड़े भी नहीं मर पार रहे है। लाइट से घर सजाने से कुम्हारों का परंपरागत रोजगार भी असर पर रहा है। इस बार हम घरों को मिट्टी का दीया जलाकर पर्यावरण संरक्षण के साथ ही कुम्हारों के परिवारों में खुशी ला सकते है। दैनिक जागरण ने चाइनीज लाइटों को दूर कर मिट्टी के दिए जलाने को ले लोगों को जागरूक करने का यह अभियान शुरू किया है। आप सभी तीसी या सरसों के तेल में दीया जलां। तीसी के तेल की खासियत है कि इसका लौ मीठा होता है। इससे कीट-पतंग इसकी ओर आकर्षित होते हैं। यह तेल ज्यादा चिकना व भारी होने के कारण या तो कीट इसमें चिपक जाते हैं या इसकी लौ में जल जाते हैं। इसलिए दीपावली में इस तेल का अपना महत्व है। हालांकि अब यह तेल बाजार में बहुत ही कम मिल रहा है।

-----------------

फोटो 29 सीपीआर 8

दीपावली में मिट्टी का दीपक जलाते हैं, तो उनकी लौ से संक्रामक कीटनाशक व कीट पतंगे जलकर नष्ट हो जाते हैं। इसलिए हम सभी को परंपरा के अनुसार दीया ही जलाना चाहिए। दीपक के प्रकाश की किरणें चुंबकीय बल पैदा करती हैं, जो मानव की त्वचा के माध्यम से शरीर में प्रवेश करती है। मनुष्य कर तंत्रिकाओं को प्रभावित करती हैं। मिट्टी का दीया सरसों व तीसी के तेल में जलाना वैज्ञानिक रूप से भी सही है।

रजनीश सुधाकर

--------

फोटो 29 सीपीआर 9

मिट्टी का दिया जलाने से पर्यावरण की सुरक्षा के साथ ही कुम्हारों को रोजगार भी मिलेगा। इस प्रकाश पर्व में हम पर्यावरण की सुरक्षा के साथ ही किसी गरीब को भी रोशन कर सकते हैं। इसलिए प्रकाश पर्व में जरूर मिट्टी का दीया जलाना चाहिए।

-डा. लक्ष्मण सिंह

----------

फोटो 29 सीपीआर 10

प्रकाश पर्व में सरसों के तेल में मिट्टी का दिया जलाने से पर्यावरण सुरक्षा होगी। हम नई पीढ़ी को अपनी परंपरा व संस्कृति से अवगत करा सकेंगे। इसलिए इस दीपावली जरूर मिट्टी का दीया जलाएं। अपने पास- पास सार्वजनिक जगहों पर जरूरी मिट्टी का दीया सरसो व तीसी के तेल में जलाएं।

-ज्योत्सना

---------

फोटो 29 सीपीआर 11

चाइनीज झालर व इलेक्ट्रानिक बल्ब से लाइट तो सकता है, लेकिन सरसो व तीसी के तेल में मिट्टी का दीया जलाने से पर्यावरण व स्वास्थ्य की सुरक्षा भी होगी। उससे घर आंगन जगमग भी होगा। इसलिए इस दीपावाली मिट्टी का दीया सरसो व तीसी के तेल में जरूर जलाएं।

-डा. मनीषा

chat bot
आपका साथी