सब्जियों के भाव बढ़ने से किचन का बिगड़ने लगा जायका

नेथुआं में 150 लोगो का सैपल लिया गया मढ़ौरा (सारण) सलिमापुर सामुदायिक विकास केन्द्र के स्वास्थ्य विभाग के द्वारा शिविर लगाकर नेथुआ व संभावित कोरोना पोजेटिव परिवार के संक्रमण में आये 150 लोगों का सैंपल जांच के लिए लिया गया ।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 06:57 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 06:57 PM (IST)
सब्जियों के भाव बढ़ने से किचन का बिगड़ने लगा जायका
सब्जियों के भाव बढ़ने से किचन का बिगड़ने लगा जायका

संसू, दिघवारा : दिघवारा सब्जी मंडी में लॉकडाउन के दौरान सब्जियों की कीमत लोगों को राहत दे रहीं थी। लोग झोला भर कर सब्जी की खरीदारी करते नजर आ रहें थे। सब्जियों के दाम सामान्य चल रहे थे, प्रशासन की भी बाजार पर पैनी नजर थी। बाजार में 10- 20 रुपये तक अंदर में हरी सब्जियों समेत आलू  टमाटर का जायका पूरे परवान पर था। जबकि अनलॉक 1 में जून महीने से ही सब्जियों के भाव लगातार बढते गए। जिसमें टमाटर के तेवर काफी लाल हो गया है, तो सब्जियों का राजा कहे जाने वाला आलू का भाव भी पूरे ताव में है। पिछले दिनों से हो रही बारिश और डीजल के दामों में बढोतरी से हरी सब्जियों के दामों में भी उछाल आ गया है। लॉकडाउन में 10 रुपये की भाव के अंदर  बिकने वाली भिडी, परवल, नेनुआ, लौकी, करैला आदि हरी सब्जियों के दामों को अनलॉक में पर लग गए। दूसरी ओर लॉकडाउन के दौरान 40 रुपये प्रति किलोग्राम से बिक रहे प्याज के इस समय आंसू निकल रहे है। बाजार में 12- 15 रुपये के भाव में प्याज सहज उपलब्ध है। इन दिनों सब्जियों के दामों में आए उछाल से गृहणियों का बजट बिगाड़ दिया है। दिघवारा सब्जी मंडी में जून के पहले सप्ताह तक टमाटर दस रुपये से 15 रुपया किलो बिक रहा था। इसके बाद दाम बढते गए अभी बाजार में 60 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव में टमाटर बेचे जा रहे हैं। ऐसे में पहले जो दो किलो टमाटर ले जा रहे थे, अब पाव व आधा किलो लेकर जा रहे हैं। बताया जाता है कि लॉकडाउन में टमाटर के उचित भाव नही मिलने से किसान बेहद परेशान थे। जब मजदूरी का खर्च भी निकलता नही दिखा तो किसानों ने वक्त से पहले ही जुताई कर धान की रोपाई में जुट गए। जिस कारण टमाटर की आवक कम हो रही है। वहीं सब्जियों का राजा कहे जाने वाला आलू 28 रुपये प्रति किलोग्राम व 170 रुपये पसेरी के भाव से बिक रहे हैं। बताया जाता है कि कोरोना संक्रमण के कारण  बंगाल व अन्य प्रदेशों से आलू की आवक आढ़त में नही हो रही। आलू के बढे दाम से गरीब व मध्यम वर्ग काफी परेशान हैं। वैसे भी हर घरों में आलू लोगों का पसंदीदा बना रहता है ऐसे में आलू का भाव लोगों को राहत नहीं दे रहा है। इधर बारिश व डीजल के दाम में वृद्धि से हरी सब्जियों के भाव भी आसमान छू रहे हैं। 10- 20 रुपये प्रति किलोग्राम भाव से एक माह पहले बिकने वाले सब्जियों के भाव अब इस प्रकार है। टमाटर - 60 रुपये

आलू- 28- 30 रुपये 

बैंगन 25- 30 रुपये 

खीरा  20-30 रुपये 

करैला 20 - 25 रुपये 

परवल 30- 40 रुपये 

भिडी  15- 20 रुपये 

लौकी 20- 30 रुपये 

नेनुआ 10- 15 रुपये

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