दिघवारा में बढ़ने लगा गंगा का जलस्तर, प्रशासन अलर्ट
सारण में गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। जलस्तर को बढ़ते देख प्रखंड क्षेत्र के गांवों में दहशत का माहौल हो गया है। एक बार फिर बाढ़ की चिंता सताने लगी है।
संसू, दिघवारा, (सारण) : गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। जलस्तर को बढ़ते देख प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत गंगा के तटवर्ती दर्जनों गांवों के लोगों की धड़कनें भी तेज हो उठी हैं। उधर जलस्तर में हो रहे बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड में है। मंगलवार को प्रखंड के बरूआं पंचायत के रामदासचक व मलखाचक गंगा घाट पर तटबंध पर कटाव रोधी चल रहे कार्य का सीओ प्रवीण कुमार सिन्हा ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सीओ ने बाढ़ नियंत्रण विभाग के जेई को तटबंध को और मजबूत करने का निर्देश दिया तथा सतत निगरानी रखने की बात कही। सीओ ने बताया कि अभी गंगा का जलस्तर तटबंध के नीचले स्तर के नजदीक नहीं पहुंचा है, फिर भी प्रशासन बाढ़ पूर्व चौकन्ना है।
ता दें कि वर्ष 2016 में रामदास चक तटबंध के टूटने के बाद कुछ घंटों मे दिघवारा, दरियापुर,गरखा तथा सदर प्रखंड का दर्जनों गांव जलमग्न हो गया था। तब से हर वर्ष गंगा का जलस्तर बढ़ने पर इस बांध पर विशेष निगरानी रखी जाती है। बावजूद इसके गंगा किनारे बसे गांव के लोगों की धड़कन बढ़ी हुई है। उधर गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिलाधिकारी डा. निलेश रामचंद्र देवरे ने बाढ़ के मद्देनजर बचाव व राहत में लगने वाले सभी अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है।
---------- इन गांवों में है बाढ़ का खतरा
वैसे तो जीवनदायिनी गंगा का किनारा किसानों को बहुत भाता है पर जब बाढ़ की भनक लगती है, तो रातों की नीद उड़ जाती है। प्रखंड के दर्जनों गांव मथुरापुर, आमी कर्मवारीपट्टी, आमी चौहानीपट्टी, इशुपुर, मानूपुर, सैदपुर, चकनूर, राईपट्टी, दिघवारा, बसतपुर, बरबना, मलखाचक, पीपरा, रामदासचक, त्रिलोकचक व कुरैयां बाढ़ की जद में आते हैं। इन गांवों की उपजाऊ जमीन पर उपजे फसल हर वर्ष गंगा में नष्ट हो जाती है।
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लोगों में चिंता
गंगा घाटों के तटबंध पर कटाव रोधी कार्य जारी, चल रहे कार्यो का सीओ ने किया निरीक्षण
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