प्रत्येक व्यस्क का सशक्त अधिकार है मताधिकार : आयुक्त

छपरा। मताधिकार हर व्यस्क व्यक्ति का सबसे बड़ा और सशक्त अधिकार मताधिकार है। इसलिए छपरा। मताधिकार हर व्यस्क व्यक्ति का सबसे बड़ा और सशक्त अधिकार मताधिकार है। इसलिए व्यस्क होने के बाद सभी को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। प्रत्येक मतदाता को निर्वाचन के समय अपने मताधिकार का प्रयोग निश्चित रूप से करके भारतीय लोकतंत्र को और मजबूती प्रदान करना चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 08:42 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 08:42 PM (IST)
प्रत्येक व्यस्क का सशक्त अधिकार है मताधिकार : आयुक्त
प्रत्येक व्यस्क का सशक्त अधिकार है मताधिकार : आयुक्त

छपरा। मताधिकार हर व्यस्क व्यक्ति का सबसे बड़ा और सशक्त अधिकार मताधिकार है। इसलिए व्यस्क होने के बाद सभी को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। प्रत्येक मतदाता को निर्वाचन के समय अपने मताधिकार का प्रयोग निश्चित रूप से करके भारतीय लोकतंत्र को और मजबूती प्रदान करना चाहिए। उक्त बातें सारण प्रमंडल की आयुक्त पूनम ने सोमवार को ग्यारहवें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर समाहरणालय सभागार में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहीं।

आयुक्त ने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सबकी भागीदारी सुनिश्चित करना है। सभी मतदाता सशक्त, सतर्क, सुरक्षित एवं जागरूक बनें। सारण जिला में मतदाता सूची का लिगानुपात जिले की जनगणना लिगानुपात से कम है। इसको और बढ़ाने का प्रयास होना चाहिए। जो, युवा 18 वर्ष के हो गए हैं, उनका नाम मतदाता सूची में जोड़ने का कार्य किया जाना चाहिए ताकि छूटे नहीं। आयुक्त ने कहा कि हमारा देश दुनिया का सबसे बढ़ा लोकतांत्रिक देश है। जिसका हमे गर्व होना चाहिए। लोकतंत्र के महापर्व के अवसर पर सभी मतदाताओं को मतदान की प्रक्रिया में सहभागी बनकर अपने जिला, राज्य और देश को सशक्त बनना चाहिए। आयुक्त द्वारा कोविड काल में जिला प्रशासन द्वारा सफलतापर्वूक संपन्न कराए गये विधानसभा के आम चुनाव को लेकर सभी पदाधिकारीगण एवं कर्मीगण को बधाई और धन्यवाद दिया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत में जिलाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे के द्वारा आयुक्त को फूलों की गुलदस्ता के साथ स्वागत किया गया। आयुक्त एवं जिलाधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। जिलाधिकारी डॉ देवरे ने कहा कि आज ही के दिन 1950 में भारत निर्वाचन आयोग की स्थापना हुई थी। यह संस्था कितनी महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 26 जनवरी 1950 को देश में संविधान लागू होने के एक दिन पूर्व इस संस्था की नींव पड़ी। वर्ष 2011 से प्रतिवर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। कहा कि भारतीय लोकतंत्र को लगातार सशक्त बनाने के लिए यह जरूरी है कि प्रत्येक चुनाव में अपना प्रतिनिधि चुनने की शक्ति का प्रयोग धर्म, नस्ल, जाति, समुदाय या भाषा के आधार पर प्रभावित हुए बिना निर्भिक होकर किया जाय। इस अवसर पर भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा के संदेश को भी सुनाया गया। राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पहली बार मतदाता बने युवाओं को आयुक्त एवं जिलाधिकारी के द्वारा ईपिक कार्ड प्रदान किया गया और निर्वाचन की प्रक्रिया में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित एवं ऊर्जान्वित किया गया। इस दौरान मोहिनी, शशि कुमार सिंह, मीरा कुमारी, मनु कुमार, विशाल कुमार, अंकिता स्नेह, संध्या कुमारी, पिकी कुमारी, साहिल कुमार, अनुज कुमार, रवि रंजन कुमार, अमन वर्मा, अंजली कुमारी, शुभम कुमार एवं श्रेया श्रीवास्तव को ईपिक कार्ड का वितरण किया गया। अंत में अपर समाहर्ता डॉ. गगन द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

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